Raipur: रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में एक एसोसिएट प्रोफेसर ने छात्रा के साथ अश्लील हरकत की। मगर इस मामले के सामने आने के कई दिन बाद भी आरोपी प्रोफेसर शैलेंद्र खंडेलवाल पर कार्रवाई नहीं की गई है। बल्कि यूनिवर्सिटी ने उसे एंटी रैगिंग कमेटी का सदस्य बना दिया है। जिसे लेकर छात्रों में काफी गुस्सा है। 4 जनवरी को कुलसचिव के एक आदेश से यह नियुक्ति हुई है
दरअसल शासन के नियमों के अनुसार प्रत्येक विश्वविद्यालय को अपने यहां एंटी रैगिंग कमेटी का गठन करना होता है। इस कमेटी में अध्यक्ष और विश्वविद्यालय से जुड़े अलग-अलग समूह का प्रतिनिधित्व करते बाकी अन्य सदस्य होते हैं। इस समिति का काम रैगिंग जैसी हरकतों पर रोक और इससे जुड़े हुए मामलों की जांच करना होता है। लेकिन यूनिवर्सिटी ने इस कमेटी में उस प्रोफेसर को शामिल कर लिया है। जिसके खिलाफ महिला थाना में छात्रा ने मामला दर्ज कराया है। इस मामले में पुलिस जांच भी कर रही है।
छात्रों ने किया था प्रदर्शन
खंडेलवाल पर आरोप है कि उसने छात्रा से अश्लील हरकत की थी। जिसके बाद कई विभागों के स्टूडेंट्स ने मिलकर प्रोफेसर के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था और कुलसचिव को ज्ञापन भी दिया। फिर भी अब तक प्रोफेसर के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया है। वहीं आरोपी प्रोफेसर केस दर्ज होने के बाद भी यूनिवर्सिटी आ रहा है। जबकि उस छात्रा ने आना बंद कर दिया है। जिसने प्रोफेसर पर यह आरोप लगाए थे।
ये है लड़की की शिकायत में
छात्रा के साथ अश्लील कांड का आरोप युनिवर्सिटी के एपीआर डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर शैलेंद्र खंडेलवाल पर है। लड़की ने पुलिस से अपनी शिकायत में कहा है कि मामला नवंबर महीने का है। यूनिवर्सिटी कैम्पस में ही अपने कमरे में जबरन लड़की को एसोसिएट प्रोफेसर खंडेलवाल ने बुलया।
इसके बाद खंडेलवाल ने छात्रा पर झपटा, उसके साथ गंदी हरकतें की। छात्रा का कहना है कि वो इन सब बातों से काफी डर गई थी। कुछ दिनों तक किसी से कुछ नहीं कहा, इसके बाद उसने शिकायत करने की सोची। खंडेलवाल ने छात्रा को धमकाते हुए कहा कि अगर किसी से कुछ कहा तो करियर बर्बाद कर देगा, पढ़ाई बंद करवा देगा। सहमकर तब लड़की किसी से कुछ नहीं बोली, मगर अब उसने ये बातें घर वालों को बताई और पुलिस से जाकर शिकायत की है।