रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी ग्राम सुराजी गांव योजना ने गांवों में महिलाओं के जीवन में समृद्धि का नया अध्याय शुरू किया है। इससे न सिर्फ उनके लिए आय के नए रास्ते खुले हैं,बल्कि वे उन्नत तरीकों को समझकर खेती-किसानी के नए मापदण्ड स्थापित कर रही हैं। कांकेर जिले के बेंवरती गांव के जय बूढ़ी मॉ स्व-सहायता समूह की 10 महिलाओं ने ग्राम सुराजी योजना अंतर्गत गौठान में सब्जी उत्पादन कर एक साल में ही डेढ़ लाख की सब्जी विक्रय कर मुनाफा कमाया है। अब इस साल समूह की महिलाओं ने कृषि विज्ञान केन्द्र के तकनीकी मार्गदर्शन में उन्नत किस्म के खुले परागण वाले सब्जियों के बीज उत्पादन का कार्य भी प्रारंभ किया गया है।
समूह की महिलाओं को कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर द्वारा पिछले साल उनकी आजीविका एवं आय में वृद्धि के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिला खनिज संस्थान न्यास निधि मद से 02 एकड़ में टपक सिंचाई की व्यवस्था कराई गई। इससे महिलाओं द्वारा लगभग 01 लाख 50 हजार रूपये का सब्जी उत्पादन कर विक्रय किया गया। उनके द्वारा माह मई 2022 में खरीफ फसल के अंतर्गत जिमीकंद, हल्दी, अदरक, कोचई, भिण्डी एवं अमारी भाजी तथा चारा फसल अंतर्गत नेपियर घास इत्यादि का उत्पादन किया गया। साथ ही रबी मौसम में आलू, मटर, भिंडी, टमाटर, मिर्च, मूली, बरबट्टी, लौकी, परवल एवं बैगन इत्यादि सब्जी फसल बीज उत्पादन हेतु लगाई गई है। उनके द्वारा सब्जी बीज उत्पादन से आस-पास के किसानों को उन्नत किस्म के सब्जी बीज आसानी से उपलब्ध होगा, जिससे सब्जी उत्पादन बढे़गा। प्रति व्यक्ति सब्जियों की उपलब्धता बढ़ने से पोषण स्तर में भी सुधार आयेगा और महिलाओं को अतिरिक्त आमदनी प्राप्त होगी।