बलरामपुर-रामानुजगंज: जिले के राजपुर थाना क्षेत्र में ठंड से एक व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है। ग्राम झिंगो में एक पहाड़ी कोरवा युवक की मौत हुई है, जिसके बाद प्रदेश में ठंड से मौत का आंकड़ा 3 पर पहुंच गया है। यहां का न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिग्री के बीच है। इससे पहले अंबिकापुर में भी ठंड लगने से एक व्यक्ति अनेश गोस्वामी की मौत हो गई थी। वहीं मैनपाट में भी शनिवार को उदयपुर के करमहा गांव निवासी बनवारी मझवार की मौत ठंड के चलते हुई थी। यह सरगुजा संभाग की इस बार की ऐसी तीसरी घटना है।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम अलखडीहा का रहने वाला पहाड़ी कोरवा युवक सुखराम कोरवा (35 वर्ष) राजपुर क्षेत्र के ग्राम कोटागहना आया था। मंगलवार सुबह उसका शव ग्राम झिंगो में अंबिकापुर-गढ़वा नेशनल हाईवे- 343 के किनारे एक दुकान के पास पड़ा हुआ मिला। युवक के शरीर पर नाममात्र के कपड़े थे। युवक सोमवार की रात शराब पीकर सड़क किनारे ही सो गया था। सूचना पर राजपुर से एसआई अश्विनी पांडेय टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
सरगुजा संभाग में पड़ रही है कड़ाके की ठंड।
गोलू होटल के पास दुकान चलाने वाले व्यक्ति ने सूचना दी कि बीती रात दुकान बंद करने के दौरान उसने मृतक को शराब के नशे में बैठा हुआ देखा था। एनएच स्थित जायसवाल ढाबे में काम करने वाले एक व्यक्ति ने मृत युवक की शिनाख्त की, जिसके बाद पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना दी। परिजन अलखडीहा से पहुंचे और युवक की पहचान सुखराम कोरवा (35 वर्ष) के रूप में की। कोटागहना स्थित रिश्तेदारों से बात करने पर पता चला कि युवक सोमवार सुबह 11 बजे वहां से अपने गांव के लिए निकल गया था। इसके बाद वो शराब पीकर ग्राम झिंगो पहुंच गया था और वहीं नशे की हालत में सो गया था।
ओस की बूंदें भी जमकर बनी बर्फ।
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में ठंड से मौत होना लग रहा है। पूरे सरगुजा संभाग में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। यहां का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है। ऐसे में युवक ने नाममात्र को कपड़े पहन रखे थे, जिसके कारण उसकी मौत ठंड से हो गई होगी। डॉक्टरों का कहना है अगर कोई व्यक्ति कड़ाके की ठंड में रात भर खुले आसमान के नीचे सोया रहे, तो उसे हाइपोथर्मिया हो सकता है। हाइपोथर्मिया एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें लोगों के शरीर का हीट कंजर्वेशन मैकेनिज्म काम करना बंद कर देता है। ऐसे में शरीर का तापमान तेजी से गिरता है। सही समय पर इलाज न मिलने से व्यक्ति की मौत हो जाती है।
शरीर का सामान्य तापमान लगभग 98.6 डिग्री फारेनहाइट होता है। अत्यधिक ठंडे इलाकों में सर्दी और बर्फीली हवाओं की वजह से तापमान 95 डिग्री या इससे काफी कम होने का खतरा रहता है। हाइपोथर्मिया का सबसे ज्यादा असर हार्ट और तंत्रिका तंत्र पर होता है। इससे कार्डियक अरेस्ट और मल्टी ऑर्गन फेलियर का खतरा होता है।
मैनपाट में भी हुई थी एक शख्स की ठंड से मौत
सरगुजा के मैनपाट में भी 3 दिन पहले एक अधेड़ की ठंड की वजह से मौत हो गई थी। वहीं से एक दूसरे व्यक्ति को भी रेस्क्यू किया गया था। बताया जा रहा है कि दोनों शराब पीकर रात में खुले में ही सो गए थे। शनिवार की सुबह दो लोग मैनपाट में दो दुकानों के बाहर जमीन पर सोए हुए मिले थे। ग्रामीणों की सूचना पर कमलेश्वर थाने की पुलिस वहां पहुंची, तो उनमें से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी थी। दूसरे व्यक्ति की हालत भी खराब थी। उसे तत्काल अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। वहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। मृतक की पहचान उदयपुर के करमहा गांव निवासी बनवारी मझवार के तौर पर हुई। उसी गांव के दूसरे व्यक्ति भोलू को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अनेश गोस्वामी की भी हुई थी ठंड से मौत।
अंबिकापुर में अनेश गोस्वामी की ठंड से हुई थी मौत
शनिवार को अंबिकापुर में रहने वाले अनेश गोस्वामी की कड़ाके की ठंड के कारण मौत हो गई थी। अनेश निःशक्त था। उसके शव का पंचनामा अंबिकापुर पुलिस ने किया और इसकी सूचना मृतक के भाई को दी, जो बगीचा में रहता है। भाई ने अंबिकापुर जाकर सरकारी मदद से मृतक का शव किसी तरह बगीचा लेकर आया और आसपास के लोगों से अंतिम संस्कार के लिए मदद मांगी। भाई की आर्थिक स्थिति बेहद खराब होने के कारण वो अंतिम संस्कार करने में असमर्थ था। ऐसे में मजबूर भाई ने बगीचा एएसआई नीता कुर्रे को इसकी जानकारी दी। ASI ने थाना प्रभारी को ये बात बताई और नगर पंचायत के साथ कुछ स्थानीय लोगों के सहयोग से मृतक का अंतिम संस्कार कराया। बगीचा पुलिस ने मृतक को विधिवत कंधा दिया और अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियों की व्यवस्था भी की।