BILASPUR: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में शनिवार की सुबह सड़क हादसे में भाई-बहन की मौत हो गई। दोनों स्कूली बच्चे साइकिल में सवार होकर स्कूल जा रहे थे। तभी तिराहे पर सामने से आ रहे हाईवा ने टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे से गुस्साए लोगों ने मुआवजा सहित भारी वाहनों की रफ्तार में लगाम लगाने की मांग को लेकर चक्काजाम कर दिया। इस दौरान भीड़ ने जमकर हंगामा मचाया। करीब चार घंटे की जाम के बाद पुलिस की समझाईश और पांच लाख रुपए मुआवजा देने के बाद मामला शांत हुआ। घटना सिरगिट्टी थाना क्षेत्र की है।
शहर से लगे नगर निगम के वार्ड क्रमांक 12 स्थित नयापारा निवासी लालू केवट किराना दुकान चलाता है। वह अपने दो भांजों को अपने पास रखकर उनकी देखरेख करता है। साथ ही उसने दोनों भांजे को पढ़ाने के लिए स्कूल में दाखिला भी कराया था। भावना केंवट दसवीं कक्षा में पढ़ती थी और उसका भाई आयुष केंवट सातवीं कक्षा का छात्र था। दोनों अपने मामा घर से साइकिल में स्कूल जाना-आना करते थे।
गुस्साई भीड़ ने हंगामा मचाते हुए चक्काजाम कर दिया।
तिराहे पर सामने से आ गया तेज रफ्तार हाईवा
दोनों भाई स्कूल साइकिल से बन्नाक चौक स्थित सरकारी स्कूल जा रहे थे। अभीा उनकी साइकिल चौक से पहले पेट्रोल पंप के साथ पहुंची थी। तभी तिराहे पर सामने से तेज रफ्तार हाईवा आ गया और बच्चों को टक्कर मार दिया। इस हादसे में दोनों भाई बहन के सिर में गंभीर चोंटें आई और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। बच्चों को ठोकर मारने के बाद आरोपी चालक हाईवा छोड़कर फरार हो गया।
पुलिस पहुंचती, इससे पहले ही गुस्साए लोगों ने किया सड़क जाम
इस हादसे की जानकारी आसपास के लोगों ने पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंचती इससे पहले ही वहां भीड़ जुट गई थी। आक्रोशित भीड़ ने चक्काजाम शुरू कर दिया और पुलिस को शव उठाने से रोक दिया। नाराज लोगों का कहना था कि भारी वाहनों की दिन भर आवाजाही रहती है और लगाम पर कोई रफ्तार नहीं है। उन्होंने स्पीड ब्रेकर लगाने के साथ ही तेज रफ्तार पर लगाम लगाने की मांग करते हुए जमकर हंगामा मचाया। आक्रोशित भीड़ ने दोनों भाई-बहन के परिजन को 10 लाख रुपए मुआवजा राशि देने की मांग भी की।
हादसे के बाद हाईवा को छोड़कर भाग गया आरोपी चालक।
समय पर पहुंचती पुलिस, तो नहीं होता हंगामा
इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद भी पुलिस समय पर नहीं पहुंची, जिसकी वजह से लोगों की भीड़ जुटने लगी। देखते ही देखते भीड़ आक्रोशित हो गई और चक्काजाम शुरू हो गया। माना जा रहा है कि पुलिस समय पर पहुंचती, तो परिजनों को समझाईश देकर मामले को शांत कराया जा सकता था।
पांच लाख मुआवजा देने के बाद शांत हुआ मामला
इस दौरान चक्काजाम के चलते रोड में भारी वाहनों की कतार लग गई। धूप में राहगीर परेशान होते रहे। पुलिस भीड़ को समझाने की कोशिश करती रही। लेकिन, नाराज लोग मृतक परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग पर अड़े रहे। आखिरकार, पुलिस अफसरों ने हाईवा मालिक से बात कर पांच लाख रुपए मुआवजा दिलाया, तब जाकर मामला शांत हुआ। इसके चलते करीब चार घंटे तक रोड जाम रहा। इसके बाद पुलिस ने दोनों शव को उठवाकर पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया। पुलिस आरोपी चालक की तलाश कर रही है।