DURG: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में गणेश विसर्जन के दौरान दो गुटों में जमकर खूनी संघर्ष हुआ। इसमें पहले से चाकू लेकर पहुंचे युवकों ने हमला कर दिया। इसमें 21 वर्षीय युवक की मौत हो गई। मौत के बाद से परिजन इतने गुस्से में है कि वो लोग चक्का जाम करने की चेतावनी दे रहे हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
मृतक राहुल साहू के भाई राधे और उसके भाई को भी चोट आई है। राधे ने बताया कि वो अपने पापा जयकरण साहू, भाई राहुल साहू के साथ गणेश विसर्जन में गया था। वो एक चाय की दुकान में बैठकर चाय पी रहे थे। वहीं पर भिलाई से आए 9 लड़के बैठे थे। इसी दौरान राहुल ने पीछे मुड़कर देखा तो उसके हाथ से चाय गिर गई। चाय गिरते ही वो लड़के झगड़ा करने लगे। वो लोग उसके साथ गाली गलौज कर मारपीट करने लगे।
पुलगांव थाने में न्याय के लिए बैठी दुखी महिलाएं
इसके बाद राहुल के भाई पापा ने बीच बचाव किया तो वो उन्हें भी मारने लगे। इसी दौरान एक युवक ने चाकू निकाला और राहुल के पेट में घुसा दिया। इसके बाद वो लोग वहां से भाग गए। परिजनों ने राहुल को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
थाने का घेराव करने के बाद आपस में बात करती महिलाएं।
ग्रीन चौक से लेकर गए थे गणेश प्रतिमा
मृतक राहुल साहू (21 वर्ष) ग्रीन चौक दुर्ग का रहने वाला है। ग्रीन चौक में ही गणपति प्रतिमा स्थापित की गई थी। शनिवार शाम को वो लोग डीजे की धुन में शिवनाथ जा रहे थे। देर रात वो लोग शिवनाथ नदी घाट पहुंचे थे। इसी दौरान उनका भिलाई से आए लड़कों के साथ झगड़ा हुआ है। खबर लिखे जाने एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
चक्का जाम करने की दी चेतावनी
हत्या के बाद से परिजनों और विश्व हिंदू परिषद के लोगों में काफी रोष है। उन्होंने शव का तब तक अंतिम संस्कार करने से मना किया है, जब तक की सभी आरोपी पकड़े नहीं जाते हैं। परिजनों ने थाने का घेराव करते हुए चेतावनी दी है कि यदि जल्द आरोपी पकड़े नहीं गए तो वो लोग चक्का जाम करेंगे।
पुलिस व्यवस्था पर भी उठे सवाल
विश्व हिंदू परिषद के जिला संयोजक सौरभ देवांगन ने पुलिस की व्यवस्था को लेकर आरोप लगाया है। उसका कहना है कि विसर्जन के दौरान इतनी भीड़ होने के बाद भी शिवनाथ नदी घाट में सिर्फ दो सिपाहियों की ड्यूटी लगाई गई थी। यदि पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था टाइट होती तो ये हत्या नहीं होती। सौरभ का कहना सरकार इस परिवार को भी खुर्सीपार की तरह मुआवजा और सरकारी नौकरी दे। नहीं देने पर वो लोग बड़ा आंदोलन करेंगे।