- राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में जिले के पोषण पुनर्वास केन्द्र को मिला प्रथम स्थान
गरियाबंद: गरियाबंद जिले में कुपोषित बच्चों की पहचान और तत्काल ईलाज के लिए जिला अस्पताल गरियाबंद में पोषण पुनर्वास केन्द्र की स्थापना किया गया है। जिले में पोषण पुनर्वास केन्द्र की स्थापना के उपरांत जिले में यह केन्द्र बच्चों के लिए वरदान और पूरे जिले में कुपोषित बच्चों के लिए संजीवनी साबित हो रहा है। अभी तक 2816 बच्चे कुपोषण से बाहर निकलकर स्वस्थ और सुपोषित होकर अपने घर लौट गये हैं। हाल ही में राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में जिला अस्पताल गरियाबंद के पोषण पुर्नवास केन्द्र को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। समीक्षा बैठक में पोषण पूर्नवास केन्द्र में किये जा रहे कार्यो अंतर्गत शिशु रोग विशेषज्ञ, पोषण विशेषज्ञ और महिला एवं बाल विकास के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से आंगनवाड़ी केन्द्रो में निरन्तर बच्चों के वजन, उनके वृद्धि, विकास के प्रगति को रेखाकिंत कर कमजोर बच्चों का और कुपोषित बच्चों को स्वस्थ्य करने के निरंतर जिला अस्पताल गरियाबंद के पोषण पुर्नवास केन्द्र में भेजने की वजह से कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपादित किया जा रहा है।
अब तक पोषण पुर्नवास केन्द्र में कार्यरत सुश्री अनीस अख्तर फीडिंग डिमोस्टेªटर, श्रीमती लक्ष्मी यादव कुक, शिशुरोग विशेषज्ञ, स्टॉफ नर्स में श्रीमती डिगेश्वरी निषाद, सुश्री खिलेश्वरी ध्रुव एवं डॉ. राजेन्द्र बिनकर शिशुरोग विशेषज्ञ, के सहयोग से कुल 2816 बच्चों को भर्ती कर ईलाज कर स्वस्थ्य कर सकुशल घर भेजा गया। पोषण पुर्नवास केन्द्र के सफलतापूर्वक संचालन के लिए मानीनय कलेक्टर श्री प्रभात मलिक निर्देश पर आंगनवाड़ी केन्द्र में पंजीकृत होने वाले बच्चों को समय समय पर जांच के लिए भेजने का कार्य करने के लिए निर्देशत करने पर महिला एवं बाल विकास विभाग का महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्त हो रहा है। राज्य स्तर की समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य मंत्री जी छ.ग. शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा सचिव छ.ग. शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जिला प्रशासन गरियाबंद तथा महिला एवं बाल विकास विभाग और जिला अस्पताल गरियाबंद के पोषण पुनर्वास केन्द्र के कार्यों की प्रशंसा की गई है।