Bilaspur: बिलासपुर में शनिवार को सिकंदराबाद-पटना स्पेशल ट्रेन (03253) की AC खराब होने को लेकर यात्रियों ने जमकर हंगामा मचाया। यात्रियों ने बिलासपुर से पहले स्टेशनों में चेन पुलिंग कर ट्रेन रोकी और सुधार करने की मांग की। वहीं रात 12 बजे ट्रेन को रवाना किया गया।
दरअसल, गर्मी में भीड़ को कम करने के लिए रेलवे ने सिकंदराबाद-पटना स्पेशल ट्रेन की सुविधा दी है। ट्रेन जब सिकंदराबाद से छूटी तब दो कोच के एसी खराब थे। प्रारंभिक स्टेशन से रवाना होने के बाद B-4 कोच और A-1 कोच के एसी ने काम करना बंद कर दिया। यात्रियों ने उसी समय टीटीई को सूचना दी। वहां से आगे के स्टेशन में सुधार होने की बात कहकर ट्रेन को रवाना कर दिया गया।
बिना AC के ट्रेन में सफर करते रहे यात्री
सिकंदराबाद से बिलासपुर तक इसी तरह यात्री परेशान रहे। पूरा दिन और रात यात्री बिना एसी के ट्रेन में सफर करते रहे। लेकिन, किसी भी स्टेशन में उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। वहीं बिलासपुर से पहले स्टेशनों में चेन पुलिंग कर ट्रेन रोकी गई और सुधार करने की मांग की गई। यात्रियों से कहां गया कि बिलासपुर में कोच बदल दिए जाएंगे।
वहीं बिलासपुर जोनल स्टेशन के प्लेटफार्म 2 पर जब ट्रेन आकर रुकी तो यात्रियों को पूरी उम्मीद थी कि यहां उन्हें राहत मिलेगी। लेकिन, बिलासपुर से भी बिना सुधार या कोच बदले ट्रेन को सिग्नल दे दिया गया, तो यात्रियों ने चेन पुलिंग कर दी। करीब सात आठ बार चेन पुलिंग कर ट्रेन रोकी गई। यात्री अड़ गए कि जब तक सुधार नहीं होगा ट्रेन आगे नहीं बढ़ेगी।
यात्री ट्रेन से निकले बाहर
जोनल स्टेशन में स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो चुकी थी। यात्री कोई भी आश्वासन मानने को तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि अब ट्रेन तब जाएगी, जब दूसरा कोच लगाया जाएगा। इसी स्थिति में ट्रेन रवाना की गई। लेकिन, यात्रियों ने चेन पुलिंग कर दी। जितनी बार ट्रेन स्टार्ट होती और कुछ दूर आगे बढ़ती नाराज यात्री ट्रेन रोक देते।
इधर ट्रेन से लगभग 200 यात्री प्लेटफार्म में उतरे थे। उसके बाद भी ट्रेन रवाना करना रेलवे की लापरवाही को उजागर करती है। आरपीएफ से रेलवे के अन्य अधिकारी यात्रियों को समझाने का प्रयास करने लगे। लेकिन, यात्री मानने को तैयार नहीं थे। देर रात हंगामा चलता रहा।
रेलवे बोर्ड तक करेंगे शिकायत
भड़के यात्रियों का कहना था कि रेलवे यात्रियों के साथ छल कर रही है। पूरा किराया वसूलने के बाद सुविधाएं नहीं देती। इस मामले की शिकायत रेलवे बोर्ड और रेलमंत्री से करने की बात उन्होंने कही। यहां भी शिकायत पर सुनवाई नहीं हुई तो आंदोलन तक करने की चेतावनी यात्रियों ने दी।
(Bureau Chief, Korba)