बलरामपुर: जिले में मंगलवार को मोबाइल चलाने के विवाद के बाद 12 साल के बच्चे ने खुदकुशी कर ली। उसने मां की साड़ी से फांसी का फंदा बनाकर अपनी जान दे दी। मामला रामानुजगंज थाना इलाके का है।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम मितगईं निवासी आदित्य विश्वकर्मा काम करने खेत गए थे। उनकी पत्नी भी घर के बाहर थी। सुबह 9.30 बजे दो भाई मोबाइल चलाने को लेकर आपस में भिड़ गए। बच्चों के बीच हुए विवाद में बेटा आशीष विश्वकर्मा नाराज होकर दूसरे कमरे में चला गया।
पिता घर पहुंचे, तो फांसी पर झूलता मिला
घटना के कुछ देर बाद ही आशीष के पिता आदित्य विश्वकर्मा घर पहुंचे। बच्चों ने बताया कि आशीष ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया है। इसके बाद उन्होंने दरवाजा खुलवाने की कोशिश की लेकिन कोई जवाब नहीं आया। दरवाजा नहीं खोलने पर पिता ने छप्पर का खपरा हटाकर झांका, तो आशीष फांसी के फंदे पर झूलता मिला।
डॉक्टर ने मृत घोषित किया
आनन-फानन में आदित्य विश्वकर्मा किसी तरह अंदर पहुंचे और आशीष को फंदे से नीचे उतारा। बच्चे को जिला पंचायत सभापति राजेश यादव के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। अस्पताल में बीएमओ डॉ. हेमंत दीक्षित ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद से परिजन सदमे में हैं। आशीष कक्षा 8वीं का छात्र था। शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मोबाइल की लत खतरनाक
अंबिकापुर के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. बी. कमलेश अनुसार, बच्चों में मोबाइल की लत खतरनाक स्थिति में पहुंच गई है। कई बार मोबाइल छीने जाने पर बच्चे उग्र हो जा रहे हैं। बच्चों को ऐसी स्थिति में अकेला न छोड़ें।
(Bureau Chief, Korba)