RAIPUR: रायपुर के मुड़ीपार स्थित ITBP 38वीं बटालियन (भारत तिब्बत सीमा सुरक्षा बल) कैंप में एक कॉन्स्टेबल ने इंसास राइफल से ASI की गोली मारकर हत्या कर दी। कॉन्स्टेबल ने ASI के माथे पर पहली गोली और सीने पर 15 गोलियां उतारी, जबकि 2 गोलियां इधर-उधर चलाईं।
वारदात सुबह 9 बजे की है। मॉर्निंग परेड के दौरान ASI देवेंद्र सिंह दहिया के डांटने से गुस्से में आकर आरक्षक सरोज कुमार ने फायरिंग की है। वारदात की जानकारी मिलने पर खरोरा पुलिस मौके पर पहुंची। आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। ITBP की 38वीं बटालियन के उच्च अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।

ITBP कैंपस में एएसआई देवेंद्र दहिया की लहूलुहान लाश पड़ी थी।
दोनों ITBP बटालियन में ही रहते थे
आरोपी कॉन्स्टेबल सरोज कुमार (32) बिहार के बक्सर जिले का रहने वाला है। वहीं मृतक ASI देवेंद्र सिंह दहिया (56) हरियाणा के रहने वाले थे। दोनों रायपुर के ITBP 38Bवीं बटालियन के कॉलोनी में ही रहते थे। आरोपी आरक्षक सरोज कुमार के 5 और 3 साल के दो बेटे हैं। आरोपी परिवार के साथ ही रहता था।

ITBP 38वीं बटालियन में घटनास्थल पर पड़े एएसआई देवेंद्र सिंह दहिया के शव को ढका गया।
3 दिन पहले भी हुआ था विवाद
नाम न बताने की शर्त पर ITBP में मौजूद जवानों ने बताया कि 3 दिन पहले भी कॉन्स्टेबल सरोज कुमार को ASI देवेंद्र सिंह दहिया ने उनके टर्न आउट (वर्दी) को लेकर डांटा था। सोमवार सुबह भी देवेंद्र सिंह ने कांस्टेबल को इसी बात पर डांटा तो वह न सिर्फ गुस्से में था, बल्कि डरा हुआ भी था।
परेड के बाद वह बटालियन के अंदर अपने घर पहुंचा। घर पर अपनी पत्नी से भी बात नहीं की। नाश्ता करने के बाद इंसास राइफल लेकर घर से निकला। घर से कुछ दूरी पर कॉन्स्टेबल सरोज कुमार ने ASI दहिया को देखा। एएसआई को लगा कि कॉन्स्टेबल सुबह की अपनी गलती की माफी मांगने उनके पास आया है।

आरोपी आरक्षक सरोज कुमार बिहार के बक्सर जिले का रहने वाला है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
दोबारा अपशब्द सुनकर भड़का कॉन्स्टेबल
इस दौरान यह देखकर ASI दहिया ने दोबारा उसे अपशब्द बोल दिया। ASI दहिया की गालियां सुनकर कॉन्स्टेबल ने पहली गोली माथे पर मारी। गोली लगते ही ASI दहिया ढेर हो गया। उसके बाद नाराज कॉन्स्टेबल ने सीने और पीठ की तरफ 17 राउंड फायरिंग की।

ASI की डेडबॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है।
जानकारी देने से बचते रहे ITBP के अफसर
कैंप के अंदर वारदात के बाद अफसरों ने मेन गेट को सील कर दिया था। कैंप के अंदर ITBP के अफसरों के अलावा केवल पुलिस को ही एंट्री दी गई। ITBP के अफसर वारदात की जानकारी देने से बचते दिखे। सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक पुलिस ने जांच की। उसके बाद कॉन्स्टेबल सरोज कुमार को कस्टडी में लिया।

ये ASI देवेंद्र सिंह दहिया की तस्वीर है। कॉन्स्टेबल सरोज कुमार ने इन्हीं की गोली मारकर हत्या की है।
कैंप परिसर से जवान को कस्टडी में लेने के दौरान पुलिस अधिकारियों और ITBP के अफसरों के बीच दस्तावेज को लेकर कहासुनी भी हुई। पुलिस अधिकारियों ने मामले में हस्तक्षेप किया। उसके बाद जवान को कस्टडी में लेकर खरोरा पुलिस के अफसर रवाना हुए। साथ ही ASI की डेडबॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है।

(Bureau Chief, Korba)