Friday, January 10, 2025
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                  Chhattisgarh : सूदखोर से परेशान इंजीनियर ने की आत्महत्या, ब्याज के लिए बनाया दबाव, सुसाइड नोट में सूदखोरों के नाम का जिक्र

                  Mahasamund: महासमुंद कलेक्ट्रेट से लगे महावीर काॅलोनी में एक इंजीनियर ने सूदखोरों के दबाव से परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इंजीनियर ने मौत से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें सूदखोर सहित ऐसे लोगों का नाम शामिल है, जिनका उन्होंने भवन या मकान बनाने का काम लिया था। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया है।

                  रायपुर के प्रोफेसर काॅलोनी निवासी अनिमेष सिंह रघुवंशी पिता प्रकाश सिंह रघुवंशी (37 साल) ने सोमवार की सुबह करीब 10 बजे महासमुंद ​​​​​​स्थित​ महावीर काॅलोनी के किराए के मकान में पंखे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके से मृतक का शव नीचे उतारा। शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा और इसकी सूचना मृतक के परिजनों को दी गई।

                  सुसाइड नोट बरामद

                  पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है। अनिमेष ने मौत से पहले सुसाइड नोट में शहर के बहुत से सूदखोरों का जिक्र किया है। साथ ही ऐसे लोगों का भी नाम लिखा है, जिनका मकान या भवन उन्होंने बनाया था, जिनसे उसे अच्छी-खासी रकम लेनी है।

                  सुसाइड नोट में सूदखोरों का विशेष तौर पर नाम इसलिए लिखा है जो उन पर ब्याज के लिए जरूरत से ज्यादा दबाव बनाया करता था, जिनसे वो काफी परेशान रहता था। मृतक के पिता प्रकाश सिंह रघुवंशी और चचेरे भाई कियूष शर्मा महासमुंद पहुंचे। पुलिस ने बरामद सुसाइड नोट पिता और चचेरे भाई को पढ़ने को दिया, जो जब्ती बनाकर राइटिंग एक्सपर्ट को भेजा जाएगा।

                  4 सालों से महासमुंद में रह रहा था अनिमेष

                  अनिमेष पेशे से इंजीनियर था। पिछले 4 सालों से रायपुर से आकर महासमुंद स्थित महावीर पार्क के किराए के मकान में रहता था। इंजीनियर होने के कारण महासमुंद में बहुत से साइड में निर्माण कार्य कर रहा था, जिसमें उसका काफी पैसा लगा हुआ है।

                  सूदखोरों से भी ब्याज पर रकम लेकर करता था काम

                  अनिमेष भवनों के लिए व्यापारियों से निर्माण सामग्री लेता था, जिनका भुगतान धीरे-धीरे किया करता था। इसके अलावा सूदखोरों से भी ब्याज पर रकम लेकर काम करता था। यह भी बताया जाता है कि उसने मौत से पहले सुबह साइड देख-रेख करने वाले रवि सेन और युवराज साहू से फोन पर चर्चा की और उन्हें साइड में काम शुरू करने का कह कर फोन रख दिया।

                  जमीन को बेचकर सूदखोरों को लौटने वाला था रकम

                  इसके अलावा करीब 9.29 बजे अपने दोस्तों से फोन पर बात की। बताया जा रहा है कि अनिमेष सूदखोरों से परेशान होकर सोमवार को रायपुर जाने वाला था। रायपुर की एक जमीन को बेच कर सूदखोरों को रकम लौटने वाला था लेकिन सूदखोरों का इतना दबाव था कि उसने इन सब से परेशान होकर आत्महत्या कर ली।




                            Muritram Kashyap
                            Muritram Kashyap
                            (Bureau Chief, Korba)
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