सरगुजा: जिले में पिता के बार-बार टोकने से नाराज बेटे ने कुल्हाड़ी से गला काटकर उसकी हत्या कर दी। पिता को दफनाने के लिए उसने गड्ढा भी खोद लिया, लेकिन शव को नहीं उठा सका। इसलिए घर में ताला लगाकर भाग गया। दूसरे बेटे के आने पर हत्या का खुलासा हुआ। घटना उदयपुर थाना क्षेत्र की है।
दरअसल, ग्राम दौलतपुर निवासी दशरथ (56) पत्नी की मौत के बाद अपने बेटे ठाकुर राम (23) के साथ गांव से बाहर जंगल किनारे घर बनाकर रहता था। 4 जून से उसके घर में ताला लगा था। पिता और भाई नहीं दिखे, तो 5 जून को दूसरा बेटा रामसुंदर पिता से मिलने पहुंचा। लेकिन ताला लगा देखकर लौट आया।
खाट में पड़ा मिला ग्रामीण का शव
खाट के नीचे पड़ा मिला शव
6 जून को रामसुंदर फिर से पिता से मिलने गया, तो घर बंद मिला और अंदर से बदबू आ रही थी। उसने इसकी सूचना अपने भाइयों और गांव वालों को दी। जिसके बाद घर का ताला तोड़ा गया, तो दशरथ राम का शव खाट में पड़ा मिला। शव खून से लथपथ कंबल से लपेटा हुआ था।
घटना की सूचना पर टीआई कुमारी चंद्राकर पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंची। जांच में दशरथ के गले में धारदार हथियार से काटे जाने का निशान मिला। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
रोक-टोक से गुस्सा कर काटा गला
पुलिस ने बेटे ठाकुर राम को तलाशी के दौरान 7 जून को गिरफ्तार कर लिया है। उसने बताया कि, पिता बार-बार रोक टोक करते थे। इसलिए परेशान होकर कुल्हाड़ी से गला काट दिया। हत्या के बाद वह घर में ताला लगाकर भाग गया था।
शव दफनाने के लिए आरोपी ने खोदा था गड्ढा।
शव को गाड़ने खोदा गड्ढा, नहीं उठा पाया शव
आरोपी ठाकुर राम ने पिता के शव को ठिकाने लगाने के लिए दूसरे दिन घर के पास गड्ढा भी खोदा। उसने पिता के शव को उठाने की कोशिश की, लेकिन शव भारी होने के कारण नहीं उठा पाया, तो घर में ताला लगाकर भाग गया था। पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है।
(Bureau Chief, Korba)