गौरेला पेंड्रा मरवाही: जिले की कलेक्टर प्रियंका ऋषि महोबिया पर पेंड्रा रोड तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार के. रमेश कुमार ने बड़ा आरोप लगाया है। उनका कहना है कि 22 जनवरी को राम जन्मभूमि के अवसर पर आधे टाइम दफ्तर खुलना था, लेकिन खुला नहीं। ऐसे में क्लर्क की जगह उन्हें पोस्ट से हटा दिया गया है।
के. रमेश कुमार ने कहा कि, अगर सदमे से या किसी कारण से मेरी मौत होती है, तो इसके जिम्मेदार कलेक्टर होंगी। वहीं कलेक्टर महोबिया से जब मीडिया ने बात कि तो उन्होंने कहा कि ये आरोप निराधार है और कार्रवाई SDM की रिपोर्ट पर की गई है।
गौरेला पेंड्रा मरवाही नायब तहसीलदार कार्यालय
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के पेंड्रा रोड तहसील में पोस्टेड तहसीलदार ने एक वीडियो वायरल किया है, जिसमें उन्होंने कलेक्टर पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। साथ ही नियम के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है, जिससे वह सदमे में हैं।
नायब तहसीलदार ने कहा कि 22 जनवरी को क्लर्क चाबी लेकर चली गई थी, जिससे दफ्तर नहीं खुला। उन्होंने अपने कार्यालय की क्लर्क को बुलाकर जवाब मांगा तो क्लर्क ने झूठे आरोप लगाए। इसकी जानकारी भी SDM को फोन और वॉट्सऐप के माध्यम से दी गई थी।
के. रमेश कुमार ने वीडियो जारी कर कलेक्टर पर आरोप लगाए हैं।
सदमे में उनकी मौत होने पर कलेक्टर जिम्मेदार होंगी
नायब तहसीलदार का आरोप है कि क्लर्क पर कार्रवाई करने के बजाय एसडीएम के कहने पर उल्टा उन्हें ही कलेक्टर कार्यालय में अटैच कर दिया गया है, जोकि गलत है। उन्होंने कहा कि, मैं शुगर और बीपी का मरीज हूं। सदमे में अगर मौत हो जाती है तो कलेक्टर जिम्मेदार होंगी।
कलेक्टर प्रियंका ऋषि महोबिया
तहसीलदार के खिलाफ पहले से कई शिकायतें- कलेक्टर
इस मामले में मीडिया ने कलेक्टर प्रियंका ऋषि महोबिया से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि नायब तहसीलदार के खिलाफ पहले से कई शिकायतें हैं। एसडीएम की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है। कलेक्टर ने कहा कि शासन को भी इनके कार्यप्रणाली के संबंध में पत्र लिखा गया है। इसकी जानकारी लगी होगी, इसलिए अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। शासन स्तर पर उनका ट्रांसफर किया जाएगा। मैं केवल उस जगह से हटा सकती हूं, जहां पर वो गलत तरीके से काम कर रहे हैं।
(Bureau Chief, Korba)