रायपुर: आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने मंगलवार को भाजपा की ऑनलाइन सदस्यता ग्रहण कर ली है। इस खबर से भाजपा संगठन में भी खलबली मच गई है। इस मामले में फिलहाल संगठन खामोश है। अब साय की सदस्यता का फैसला सत्यापन के बाद होगा। बता दें कि भाजपा में साय की गिनती वरिष्ठ नेताओं में होती थीं, लेकिन वे 30 अप्रैल 2023 को भाजपा से इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो गए।
इसके बाद कांग्रेस ने उन्होंने राज्य औद्योगिक विकास निगम (सीएसआईडीसी) का अध्यक्ष बनाकर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया था। कांग्रेस को विधानसभा चुनाव के दौरान मिली हार के बाद साय ने 20 दिसम्बर 2023 को अपना इस्तीफा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को सौंप दिया था। इसके बाद साय उस समय चर्चा में आए, जब विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाया गया।
इस दौरान नंदकुमार साय सीएम को बधाई देने उनके अस्थायी निवास पहुंचे थे। उनकी फोटो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुई थी। बताया जाता है कि इसके बाद साय ने कई दफा पार्टी से जुड़ने की मंशा जताई थीं, लेकिन उन्हें महत्व नहीं मिला। इधर, भाजपा संगठन से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि ऑनलाइन सदस्यता कोई भी ले सकता है। इसके बाद संगठन स्तर पर इसका सत्यापन किया जाता है। अब उनकी सदस्यता का फैसला सत्यापन के बाद होगा।
सोशल मीडिया में किया पोस्ट, कहा- भाजपा से निर्माण के समय से जुड़ा
नंदकुमार साय ने भाजपा की ऑनलाइन सदस्यता लेने के बाद अपने फेसबुक अकाउंट पर इसकी जानकारी साझा की। इसके बाद उन्होंने पत्रिका से चर्चा करते हुए कहा, यहां सदस्यता की बात नहीं है। परििस्थतियां बनती और बिगड़ती रही हैं। मैं पार्टी के निर्माण से भाजपा के साथ जुड़ा हुआ हूं। मैंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी जैसे वरिष्ठ नेताओं के साथ काम किया है।
(Bureau Chief, Korba)