RAIPUR: रायपुर में सटोरिए और सूदखोरों ने मजबूरी का फायदा उठाकर शख्स को उधार में पैसे दिए। बदले में उसके डॉक्यूमेंट लेकर बिना बताए उसका बैंक अकाउंट खुलवा दिया, फिर उसके खाते से सट्टेबाजी के ट्रांजैक्शन करने लगे। व्यक्ति को ये बात पता लगते ही थाने जाकर FIR दर्ज करवाई। पुलिस ने 3 आरोपियों अरेस्ट किया है।
शत्रुघ्न लाल जायसवाल ने न्यू राजेन्द्र नगर थाने में FIR दर्ज करवाई कि वह हर्ष रेजिडेंसी देवपुरी में रहता है। 3 साल पहले उसकी एक मकान को बेचने के सिलसिले में निखिल आहूजा नाम के व्यक्ति से मुलाकात हुई थी, जिसके बाद उसे एक दो-बार पैसे की जरूरत पड़ी। उसने निखिल से उधारी में पैसे लेकर उसे वापस लौटा दिया।
3 महीने पहले फिर उधार लिया
शत्रुघ्न लाल को 3 महीने पहले पैसों की फिर एक बार जरूरत आई। उसने निखिल से संपर्क किया, जिसके बाद निखिल ने उसे 5 हजार रुपए उधारी दे दिए। इसके बदले उसने आधार कार्ड, पैन कार्ड और फोटो जैसे कई जरूरी डॉक्यूमेंट ले लिए। इसके अलावा गुमराह करके बैंक में खाता खोलने वाले पेपर पर साइन करवा लिए।
3 लोग ग्रुप में कर रहे थे फ्रॉड
पीड़ित को 23 मई को इसकी जानकारी मिली कि निखिल आहूजा ने उसके नाम का बैंक खाता खोलकर सट्टे के कारोबार में लेन-देन कर दुरुपयोग कर रहा है, जिसके बाद उसने थाने जाकर FIR दर्ज करवाई।
इस मामले में पुलिस में आरोपी निखिल की खोजबीन करके उसे गिरफ्तार किया। उसने बताया कि वह सट्टा में पैसों को बैंक खाते से लेन-देन का काम संजय जसवानी और सुनील कुशवाहा के साथ मिलकर करता था।
1 करोड़ के लेन-देन के सबूत
इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों निखिल आहूजा, संजय जसवानी और सुनील कुशवाहा को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 107 बैंक पासबुक, 7 मोबाइल फोन साथ ही इनके खातों से करीब एक करोड़ रुपए के लेनदेन की जानकारी मिली है। इस मामले में पुलिस आगे की जांच पड़ताल कर रही है।
(Bureau Chief, Korba)