बलरामपुर: जिले के रामानुजगंज में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के दौरान करोड़ों रुपए के गबन करने का मामला समाने आया है। प्रभारी तहसीलदार विष्णु गुप्ता ने धान खरीदी में अनियमितता करते हुए सरकार को साढ़े 3 करोड़ से ज्यादा की हानि पहुंचाई है। भ्रष्टाचार मामले में प्रभारी तहसीलदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर सूरजपुर जिले के कलेक्ट्रेट कार्यालय में अटैच कर दिया गया है।
दरअसल, रामानुजगंज तहसील क्षेत्र अंतर्गत कुछ समितियों में अपंजीकृत किसानों के द्वारा अन्य लोगों के रकबे में अवैध तरीके से तहसीलदार की मिलीभगत से मंडी में धान बेचने का खुलासा हुआ। जिसमें 3 करोड़ 63 हजार रुपये से ज्यादा के भ्रष्टाचार की बात सामने आई है। इस मामले खुलासे के बाद सरगुजा कमिश्नर ने मामले की जांच बैठाई।
जांच में पाई गई प्रभारी तहसीलदार की संलिप्तता
जांच में प्रभारी तहसीलदार विष्णु गुप्ता की संलिप्तता सामने आई, जिसके बाद सरगुजा कमिश्नर ने प्रभारी तहसीलदार के निलंबन का आदेश जारी किया। आदेश की कॉपी में ये उल्लेख किया गया है कि प्रभारी तहसीलदार विष्णु गुप्ता द्वारा सिविल सेवा आचरण अधिनियम के खिलाफ काम करने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
बलरामपुर में 25 लाख क्विंटल धान की खरीदी
खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में 1 नवम्बर 2023 से धान खरीदी शुरू हुई। जिले में धान खरीदी के लिए 49 धान उपार्जन केन्द्र बनाये गए हैं। 1 फरवरी तक जिले में 41081 किसानों से कुल 2574870 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। उक्त तारीख तक 1690030 क्विंटल धान मिलर्स ने मिलिंग के धान का उठाव कर लिया है।
(Bureau Chief, Korba)