रायपुर: विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की इच्छा पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान आया है। इसमें मुख्यमंत्री ने गेंद हाईकमान के पाले में डाल दी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को रायपुर में कहा, कौन राज्यसभा जाएगा और कौन प्रदेश में रहेगा यह तय करने का काम हाईकमान का है।
रायपुर हवाई अड्डे पर डॉ. चरणदास महंत के बयान पर एक सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि वे हमारे सीनियर लीडर हैं। विधानसभा के अध्यक्ष हैं। यह तय करने का काम हाईकमान का है कि कौन राज्यसभा जाएगा, कौन प्रदेश में रहेगा। कौन लोकसभा लड़ेगा, कौन विधानसभा लड़ेगा, नहीं लड़ेगा। सारी बातों का फैसला हाईकमान को करना है। इससे पहले डॉ. चरणदास महंत ने कोरिया जिले में कहा था, राज्यसभा की बात मुख्यमंत्री और हाईकमान के ऊपर निर्धारित है। वो जो चाहेंगे, जो उनका निर्देश होगा उनका राज्यसभा में चयन होगा। मैंने अपनी इच्छा जता दी है, जताता भी रहूंगा। डॉ. महंत ने कहा, “मैं विधानसभा और लोकसभा जा चुका हूं। 11 बार चुनाव लड़ चुका हूं। ऐसे मैं राज्यसभा में एक बार सेवा करना चाहता हूं। यह मैं आज करूं या पांच साल बाद करूं यह अलग बात है।’
इस साल मई-जून में संभावित हैं चुनाव
राज्यसभा में कांग्रेस सांसद छाया वर्मा और भाजपा के रामविचार नेताम का कार्यकाल 29 जून 2022 में खत्म हो रहा है। कार्यकाल पूरा होने से पहले दो नए सदस्यों का चुनाव होना है। विधानसभा में कांग्रेस के 70 विधायक हैं। किसी प्रत्याशी को जीत के लिए 31 वोटों की जरूरत होगी। भाजपा के 14, बसपा के दो और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के 4 विधायक भी मिल जाएं तो किसी को जीत नहीं दिला सकते। ऐसे में दोनों सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत तय मानी जा रही है।
सीट के दावेदारों में यह नाम भी
राज्यसभा सीट के दावेदारों में राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन को प्रबल दावेदार माना जा रहा है। उसके अलावा धनेंद्र साहू और राजेश तिवारी का नाम भी सुझाया जा रहा है। एक सीट पर राष्ट्रीय नेतृत्व से किसी का आना तय माना जा रहा है। इसमें कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी का भी नाम शामिल है। हालांकि उनके नाम का दावा दो साल पहले से किया जा रहा है।
