छत्तीसगढ़: ओमिक्रान वैरिएंट की वजह से आई कोरोना की तीसरी लहर ने राजधानी के 16 लाख से ज्यादा आबादी की जिन चीजों पर सबसे ज्यादा असर डाला है, उनमें फरवरी से अप्रैल के बीच प्रस्तावित ट्रेन यात्रा भी है। पिछले 10 दिन में राजधानी के एयरपोर्ट में 20 फीसदी यात्री कम हुए हैं, लेकिन ट्रेनों में यह संख्या 50 फीसदी से ऊपर पहुंच रही है। रायपुर के लोगों ने 1 जनवरी से अब तक सिर्फ 11 दिनों में 15 लाख रुपए के ट्रेन टिकट कैंसिल करवा दिए हैं।
रोजाना औसतन डेढ़ लाख रुपए के टिकट रद्द करवाए गए हैं। रेलवे अफसरों का अनुमान है कि इन 11 दिनों में ही 10 हजार से ज्यादा लोगों ने यात्राएं रद्द की हैं और ट्रेंड ऐसा है कि अगले 10 दिन में ही यह संख्या 50 हजार तक पहुंच सकती है। दिलचस्प यह है कि यह आंकड़े केवल काउंटर कैंसिलेशन के हैं। ऑनलाइन टिकट भी बड़ी संख्या में कैंसिल हो रहे हैं और लोगों के पास रिफंड जा रहा है, लेकिन स्टेशन अफसरों के पास इसका आंकड़ा नहीं है। राजधानी के स्टेशन परिसर में टिकट और रिजर्वेशन काउंटरों पर अब लाइनें नहीं लग रही हैं।
लोकल टिकट के लिए ट्रेन पहुंचने के समय कुछ लोगों की लाइन लग गई तो बहुत है, वर्ना काउंटर खाली रहने लगे हैं। भीड़ रिजर्वेशन कैंसिल करनेवाले काउंटरों पर हैं। रायपुर स्टेशन में रोजाना औसतन सवा से डेढ़ लाख रुपए के टिकट कैंसिल करके लोगों को रकम लौटाई जा रही है। इस तरह, तीन-चार माह पहले रिजर्वेशन कराने वाले अब वे टिकट कैंसिल कराने काउंटर पहुंच रहे हैं। इस साल जनवरी के 11 दिनों में 15 लाख रुपए से अधिक के टिकट कैंसिल कराए गए। काउंटर टिकट लेने वाले ही रिजर्वेशन काउंटर पर पहुंच रहे हैं। ऐसे लोग लोगों की संख्या भी बहुत है, जिन्होंने ऑनलाइन या एप के माध्यम से रिजर्वेशन कराया और अब तीसरी लहर के खतरे से टिकट कैंसिल करा रहे हैं।
रद्द रिजर्वेशन 3-4 माह पहले के
धार्मिक ही नहीं, पर्यटन स्थलों तक की यात्राएं की जा रहीं रद्द
जो टिकट कैंसिल कराए जा रहे हैं, वे सभी रूट के हैं। इनमें रामेश्वरम, माउंट आबू, पुरी, अजमेर, विशाखापट्टनम, अमृतसर, उज्जैन, महेश्वर, तिरुपति, आगरा, जम्मू-कश्मीर, प्रयागराज, शिर्डी समेत अनेक धार्मिक व पर्यटन स्थल हैं। ज्यादातर लोगों ने बच्चों की परीक्षा के बाद या वीकेंड में घूमने की प्लानिंग के साथ रिजर्वेशन करवाया था, जिसे टाला जा रहा है। अभी नया रिजर्वेशन करवाने वाले नहीं के बराबर हैं, रद्द करवाने वाले ज्यादा नजर आ रहे हैं। कैंसिलेशन के लिए पहुंचे राजधानी के एक व्यक्ति ने बताया कि उनके परिवार के पांच सदस्य मार्च में रामेश्वरम् जाने वाले थे, पर कोराेना के खतरे के बीच यात्रा का रिस्क नहीं ले सकते।
कैंसिलेशन पर 20 से 60 रुपए कटेंगे, काउंटर से मिलेगा कैश
टिकट कैंसिलेशन बहुत कठिन काम नहीं है, केवल स्टेशन में कैंसिलेशन काउंटर तक टिकट लेकर जाना है। वहां कैंसिलेशन का फार्म भरकर उसमें टिकट अटैच की जाती है। टिकट और फार्म में नाम, नंबर, उम्र और पता समान होना चाहिए। टिकट कैंसिल होने पर स्लीपर टिकट के 20 रुपए तथा इसी तरह अलग-अलग क्लास को मिलाकर अधिकतम 60 रुपए रेलवे काट लेगा। बची हुई राशि काउंटर से कैश ही वापस की जाएगी। रेलवे अफसरों के मुताबिक टिकट कैंसिलेशन यात्री का अधिकार है, कोई भी ऐसा कर सकता है। जो लोग ऑनलाइन टिकट बनवाकर कैंसिल करवा रहे हैं, उनकी रकम ऑनलाइन ही उनके बैंक खाते में वापस अाएगी।