Friday, August 1, 2025

कोरोना वायरस: देश में तेजी से बढ़ रहे मामले, 1828 एक्टिव केस, 15 मौतें, गुजरात में 1 दिन के नवजात की रिपोर्ट पॉजिटिव, 8 महीने की बच्ची ऑक्सीजन सपोर्ट पर

नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। एक्टिव केसेज की संख्या शुक्रवार को 1828 पहुंच गई। गुजराज के अहमदाबाद में एक दिन के नवजात की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

बच्चे को ICU में रखा गया है। पिछले सप्ताह बच्चे की मां भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी, हालांकि अब उनकी रिपोर्ट निगेटिव है। इसके अलावा 8 महीने की एक बच्ची गुरुवार से ऑक्सीजन सपोर्ट पर है।

वहीं, देश में कोरोना से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 15 हो गई है, इनमें सबसे ज्यादा 6 मौतें महाराष्ट्र में हैं। राज्य सरकार कोरोना वायरस के लिए इन्फ्लूएंजा और सांस से जुड़ी बीमारियों पर सर्वे करा रही है।

उधर केरल में एक्टिव मामले 727 हो गए हैं। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया कि राज्य में ओमिक्रॉन JN वैरिएंट LF7 के मामले आ रहे हैं। है।

केंद्रीय मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग और आयुष मंत्रालय पूरी तरह सतर्क हैं और हालात पर लगातार नजर रखे हुए हैं।

महाराष्ट्र में 9 हजार से ज्यादा कोविड टेस्ट

महाराष्ट्र सरकार ने बताया कि गुरुवार को कोविड के 79 नए मामले सामने आए। जबकि मुंबई में जनवरी 2025 से अब तक कुल 379 केस मिले हैं। जनवरी और फरवरी में एक-एक, अप्रैल में चार और मई में 373 मरीज मिले। जनवरी से अब तक राज्य में 9592 कोविड-19 टेस्ट किए गए।

वहीं, जम्मू-कश्मीर में गुरुवार को कोविड-19 के दो मामले सामने आए थे। दोनों केरल के रहने वाले हैं और श्रीनगर के गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश का इटावा सफारी पार्क कोविड के बढ़ते मामलों की वजह से 14 मई को बंद कर दिया गया था। इसे 29 मई को कोविड प्रोटोकॉल के साथ खोल दिया गया।

उत्तर प्रदेश का इटावा सफारी पार्क कोविड के बढ़ते मामलों की वजह से 14 मई को बंद कर दिया गया था। इसे 29 मई को कोविड प्रोटोकॉल के साथ खोल दिया गया।

भारत में मिले कोविड-19 के 4 नए वैरिएंट

भारत के कई राज्यों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बीच देश में चार नए वैरिएंट मिले हैं। ICMR के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल ने बताया कि दक्षिण और पश्चिम भारत से जिन वैरिएंट की सीक्वेंसिंग की गई है, वे LF.7, XFG , JN.1 और NB.1.8.1 सीरीज के हैं।

बाकी जगहों से नमूने लेकर सीक्वेंसिंग की जा रही है, ताकि नए वैरिएंट की जांच की जा सके। मामले बहुत गंभीर नहीं हैं और लोगों को चिंता नहीं करनी चाहिए, बस सतर्क रहना चाहिए।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने भी इन्हें चिंताजनक नहीं माना है। हालांकि, निगरानी में रखे गए वैरिएंट के रूप में कैटेगराइज किया है। चीन सहित एशिया के दूसरे देशों में कोविड के बढ़ते मामलों में यही वैरिएंट दिख रहा है।

NB.1.8.1 के A435S, V445H, और T478I जैसे स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन अन्य वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैलते हैं। इन पर कोविड के खिलाफ बनी इम्यूनिटी का भी असर नहीं होता।

भारत में कोविड का JN.1 वैरिएंट सबसे आम है। टेस्टिंग में आधे से ज्यादा सैंपल में यह वैरिएंट मिलता है। इसके बाद BA.2 (26 प्रतिशत) और ओमिक्रॉन सबलाइनेज (20 प्रतिशत) वैरिएंट के मामले भी मिलते हैं।

JN.1 वैरिएंट इम्यूनिटी कमजोर करता है​​​​​

JN.1, ओमिक्रॉन के BA2.86 का एक स्ट्रेन है। इसे अगस्त 2023 में पहली बार देखा गया था। दिसंबर 2023 में WHO ने इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया। इसमें करीब 30 म्यूटेशन्स हैं, जो इम्यूनिटी कमजोर करते हैं।

अमेरिका के जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार JN.1 अन्य वैरिएंट की तुलना में ज्यादा आसानी से फैलता है, लेकिन यह बहुत गंभीर नहीं है। दुनिया के कई हिस्सों में यह सबसे आम वैरिएंट बना हुआ है।

JN.1 वैरिएंट के लक्षण कुछ दिनों से लेकर हफ्तों तक रह सकते हैं। अगर आपके लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं, तो हो सकता है कि आपको लंबे समय तक रहने वाला कोविड हो। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें COVID-19 के कुछ लक्षण ठीक होने के बाद भी बने रहते हैं।


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