Sunday, July 13, 2025

कोरोना वायरस: देश में अबतक कुल 342 एक्टिव मरीज, उत्तराखंड-हरियाणा में आज 3-3 और यूपी में 1 मामला आया सामने; तीन दिन में महाराष्ट्र के ठाणे में 10 केस आए

देश में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। उत्तराखंड और हरियाणा में आज 3-3 और यूपी में 1 मामला सामने आया है। बीते तीन दिन में महाराष्ट्र के ठाणे में 10 मामले सामने आए हैं।

23 मई को अहमदाबाद में 20, यूपी में 4, हरियाणा में 5 और बेंगलुरु में 9 महीने का एक बच्चा कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इस तरह देश में अब तक कोरोना के 342 एक्टिव केस हैं। 2 मौतें हो चुकी हैं।

उधर, दिल्ली सरकार ने कोविड-19 को लेकर एडवाइजरी जारी की है। सरकार ने सभी अस्पतालों को कहा है कि वे बेड, ऑक्सीजन, दवाइयों और वैक्सीन की पूरी व्यवस्था रखें।

दिल्ली के सभी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि हर पॉजिटिव कोविड सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लोक नायक अस्पताल भेजा जाए।

सभी संस्थानों को अपनी रिपोर्ट दिल्ली हेल्थ पोर्टल पर रोज अपलोड करनी है। एडवाइजरी ऐसे समय आई है जब पाकिस्तान, चीन, थाईलैंड और सिंगापुर जैसे देशों में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी हो रही है।

भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के मुताबिक भारत में कोविड-19 के वेरिएंट NB.1.8.1 का एक और LF.7 प्रकार के चार मामले मिले हैं। चीन और एशिया के बढ़ते मामलों में यही वैरिएंट दिख रहा है।

WHO ने इन्हें चिंताजनक नहीं माना है लेकिन निगरानी में रखे गए वेरिएंट के रूप में कैटेगराइज किया है। हालांकि NB.1.8.1 के A435S, V445H, और T478I जैसे स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलते हैं। इन पर कोविड के खिलाफ बनी इम्यूनिटी का भी असर नहीं होता।

भारत में JN.1 वैरिएंट सबसे आम है। टेस्टिंग में आधे से ज्यादा सैंपल में यह वैरिएंट मिलता है। इसके बाद BA.2 (26 प्रतिशत) और ओमिक्रॉन सबलाइनेज (20 प्रतिशत) वैरिएंट के मामले भी मिलते हैं।

गुजरात में 33 एक्टिव केस

गुजरात अब तक कुल 40 मामले आ चुके, जिनमें 33 एक्टिव हैं। दिल्ली के हेल्थ मिनिस्टर पंकज सिंह ने बताया कि गुरुवार तक राजधानी में 23 केस दर्ज किए गए हैं। उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद में 4 नए मरीज सामने आए। तीन मरीज को आइसोलेशन में रखा गया है, जबकि एक अस्पताल में भर्ती है। वहीं, हरियाणा में 48 घंटे में 5 मरीज मिले हैं। इनमें 2 महिलाएं शामिल हैं। इन सभी मरीजों की कोई इंटरनेशनल ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है।

JN.1 वैरिएंट इम्यूनिटी कमजोर करता है​​​​​

JN.1, ओमिक्रॉन के BA2.86 का एक स्ट्रेन है। इसे अगस्त 2023 में पहली बार देखा गया था। दिसंबर 2023 में WHO ने इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया। इसमें करीब 30 म्यूटेशन्स हैं, जो इम्यूनिटी कमजोर करते हैं।

अमेरिका के जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार JN.1 अन्य वैरिएंट्स की तुलना में ज्यादा आसानी से फैलता है, लेकिन यह बहुत गंभीर नहीं है। दुनिया के कई हिस्सों में यह सबसे आम वैरिएंट बना हुआ है।

JN.1 वैरिएंट के लक्षण कुछ दिनों से लेकर हफ्तों तक रह सकते हैं। अगर आपके लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं, तो हो सकता है कि आपको लंबे समय तक रहने वाला कोविड हो। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें COVID-19 के कुछ लक्षण ठीक होने के बाद भी बने रहते हैं।


                              Hot this week

                              कोरबा : वेदांता की 3डी रणनीति से कंपनी को दोगुना करने का लक्ष्य

                              वेदांता ने अपनी कंपनी का आकार दोगुना करने के...

                              Related Articles

                              Popular Categories

                              spot_imgspot_img