बेमेतरा: बेमेतरा के बिरनपुर से लगे हुए कोरवाय गांव में दो युवकों के शव मिले हैं। इनके सिर पर चोट के निशान है, लिहाजा माना जा रहा है कि यह हत्या का मामला है। इस इलाके में पिछले तीन दिन से दो समुदायों के बीच तनाव चल रहा है। इसके बाद पूरे क्षेत्र को छावनी में बदल दिया गया है। गांवों में आना-जाना रोक दिया गया है और गली-गली में बैरिकेडिंग है।
शनिवार को 2 समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प में जहां 23 साल के भुनेश्वर साहू की हत्या हुई, वहीं से 7 किलोमीटर की दूरी पर 2 युवकों के शव और मिले हैं। SP इंदिरा कल्याण ऐलसेला ने इसकी पुष्टि कर दी है। मामला साजा थाना क्षेत्र का है। एसपी ने दोनों युवकों की हत्या की आशंका जताई है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए बेमेतरा भेजा गया है। मृतकों के बारे में आसपास के थानों से भी जानकारी जुटाई जा रही है। इधर मंगलवार को भी गांव में तनावपूर्ण हालात को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। 10 किलोमीटर के रेंज में पुलिस जवान तैनात हैं।
बिरनपुर गांव से लगे हुए सभी गांवों में इस समय ऐसा सन्नाटा पसरा है। ये तस्वीर कोरवाय गांव की एक गली की है, जहां आज सुबह दो युवकों के शव मिले।
बिरनपुर गांव में 1000 पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। गांव की गलियों में भी आज बैरिकेडिंग कर दी गई है। एक-एक गली में पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया है। भास्कर संवाददाता सुजीत शर्मा घटना स्थल से पल-पल की रिपोर्ट दे रहे हैं। 5 जिलों यानि बेमेतरा, दुर्ग, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, राजनांदगांव और कवर्धा के पुलिस अधीक्षक मौके पर मौजूद हैं। बिलासपुर के एडिशनल एसपी राहुल देव भी बेमेतरा में मौजूद हैं।
बिरनपुर गांव की गलियों में भी बैरिकेडिंग की गई, हर गली में पुलिस जवान तैनात किए गए हैं।
बिरनपुर गांव को पुलिस ने सील कर दिया है। यहां धारा 144 तो लागू है ही, साथ ही अब बाहर से किसी को आने-जाने की अनुमति नहीं है। यहां तक कि जनप्रतिनिधियों और मीडिया पर भी पाबंदी लगा दी गई है। गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
तनावपूर्ण हालात को देखते हुए बिरनपुर गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
गांव में जैमर लगाया गया है, यानि इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है, ताकि सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं फैलाकर दोनों समुदायों की भावनाओं को भड़काया नहीं जा सके।
मामले में 11 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं
युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम निजामुद्दीन खान, रशीद खान, मुख्तार खान, अकबर खान, अब्दुल खान, नवाब खान, अयूब खान, शफीक मोहम्मद, बशीर खान, जलील खान और जनाब खान हैं।
बिरनपुर में पुलिस की घेराबंदी को तोड़कर निकलते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
सोमवार को विहिप के छत्तीसगढ़ बंद के दौरान आगजनी और ब्लास्ट
इधर बेमेतरा में हिंसक घटना और एक युवक की हत्या के विरोध में सोमवार को छत्तीसगढ़ बंद किया गया। साजा से बिरनपुर पहुंचने के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव गिरफ्तार कर लिए गए। वे पीड़ित परिवार से मुलाकात करने पहुंचे थे, लेकिन इससे पहले वे अरेस्ट हो गए। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा है कि बिरनपुर की घटना के बाद स्थिति को नियंत्रण में ले लिया गया है। हत्या करने वाले 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और एक आरोपी की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
8 अप्रैल को दो समुदाय के बीच हुए विवाद में एक युवक की हत्या, वहीं 10 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
उग्र हुई भीड़ ने एक मकान को आग लगा दी
बंद के दौरान जिस बिरनपुर गांव में घटना हुई थी, वहां उग्र हुई भीड़ ने एक मकान को आग लगा दी। इस दौरान मकान के भीतर ब्लास्ट हो गया। तोड़फोड़ करने पर उतारू भीड़ को संभालने के लिए दुर्ग रेंज के आईजी आनंद छाबड़ा सहित कई पुलिस अफसर-जवान यहां थे। इसी समय ब्लास्ट हुआ।
बिरनपुर गांव में रोड पर स्थित इस झोपड़ीनुमा मकान में आगजनी की घटना के बाद ब्लास्ट हो गया।
अब जानिए क्या है पूरा मामला
बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में शनिवार को 2 स्कूली छात्रों के बीच रास्ते में साइकिल चलाते समय कट मारने को लेकर विवाद हुआ था। इस दौरान एक युवक ने छात्र के हाथ पर कांच की बोतल तोड़ दी। जिसके कारण उसका हाथ फ्रैक्चर हो गया। इस घटना की जानकारी बच्चों के घरों तक पहुंची, तो दोनों पक्षों के लोगों के बीच मारपीट होने लगी। इस बीच दूसरे पक्ष के लोगों ने तलवार से 22 साल के युवक भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी थी।
बिरनपुर गांव के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। गांव में बाहर से आने वालों की एंट्री बैन की गई है।
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे साजा थाने के SI बीआर ठाकुर पर भी भीड़ ने हमला कर दिया। कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया था। गांव में हालात बेहद तनावपूर्ण थे, जिसे देखते हुए और पुलिस बल यहां भेजा गया। मौके पर एसपी और कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा भी पहुंचे थे। घटना में 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे, जिन्हें इलाज के लिए साजा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। गंभीर रूप से घायल लोगों को रायपुर रेफर किया गया।
पहले भी हो चुका है विवाद
बिरनपुर में कुछ महीने पहले भी दोनों समुदायों के बीच विवाद हो चुका है। दरअसल एक समुदाय की दो-तीन लड़कियों ने दूसरे समुदाय के लड़कों से घर की मर्जी के खिलाफ शादी कर ली थी। तब भी इन दोनों समुदायों के बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद से ही गांव के लोग दो पक्षों में बंट गए। इसके बाद एक समुदाय के पदाधिकारियों ने यहां दूसरे समाज में लड़कियों को शादी से रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया। इसके बाद तनाव और बढ़ गया। उस वक्त भाजपा, बजरंग दल और हिंदू संगठनों ने भी हिंदू युवती की मुस्लिम युवक से शादी का विरोध किया था।