छत्तीसगढ़: काेरबा मेडिकल काॅलेज के लिए पहले डीन के पद पर पदस्थ किए गए डाॅ. वायडी बड़गईया का चिकित्सा शिक्षा विभाग ने तबादला करते हुए सिम्स बिलासपुर में प्राध्यापक के पद पर भेजा है। उनकी जगह जगदलपुर मेडिकल काॅलेज में पदस्थ डाॅ. अविनाश मेश्राम काे प्रभारी डीन बनाया गया है। विभाग ने तबादले काे प्रशासनिक कारण बताया है, लेकिन चर्चा है कि डाॅ. बड़गईया की जिला प्रशासन से खींचतान व समय पर उनकी गैर माैजूदगी और पिछले दिनाें पहाड़ी काेरवा महिला की रेफरल कांड तबादले की मुख्य वजह बनी है।
काेरबा में मेडिकल काॅलेज की घाेषणा के बाद इसकी तैयारी और प्रशासनिक व्यवस्था बनाने के लिए करीब सालभर पहले डीन के रूप में डाॅ. वायडी बड़गईया की पदस्थापना की गई थी। मेडिकल काॅलेज भवन तैयार नहीं हाेने पर जिला अस्पताल काे मेडिकल काॅलेज अस्पताल के रूप में अधिग्रहण कर लिया गया।
इसके बाद अस्पताल परिसर में ही डीन का कक्ष तैयार हुआ, जहां बैठकर वे अस्पताल का संचालन करने लगे, लेकिन अस्पताल में तत्कालीन सिविल सर्जन डाॅ. एके तिवारी से उनका टकराव चलता रहा। डाॅ. तिवारी के रिटायर हाेने के बाद जीवनदीप समिति काे लेकर डीन की प्रशासन से खींचतान बनी हुई थी। कलेक्टर ने अस्पताल का निरीक्षण कर डीन के अधिकांश समय गैर माैजूद रहने और अव्यवस्था हाेने की बात कही थी। एनएमसी से मान्यता नहीं मिलने पर भी डीन डाॅ. बड़गईया काे फेल्युअर बताया गया था।
पिछले दिनाें पहाड़ी काेरवा महिला साेनी बाई की माैत के बाद जब बवाल मचा ताे मेडिकल काॅलेज संबंद्ध अस्पताल में इलाज से पहले उसे निजी अस्पताल भेजे जाने का हल्ला शासन तक पहुंचा था। इसके बाद चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा काेरबा मेडिकल काॅलेज के डीन के पद पर तबादला आदेश जारी हाेने काे इन सभी बिंदुओं से जाेड़कर देखा जा रहा है।
डाॅ. बड़गईया काे बनाया गया सिम्स में प्राध्यापक
काेरबा मेडिकल काॅलेज में डीन के पद पर पदस्थ रहे डाॅ. वायडी बड़गईया काे तबादले में सिम्स बिलासपुर में प्राध्यापक के पद पर पदस्थ किया गया है, जबकि नए डीन बनाए गए। डाॅ. मेश्राम वर्तमान में मेडिकल काॅलेज जगदलपुर में पैथाेलाॅजी विभाग के संचालक सह प्राध्यापक है।