छत्तीसगढ़: बिलासपुर में इंजीनियर युवती ने शनिवार शाम फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। प्राइवेट गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली फंदे पर लटकती युवती के कान में हेडफोन लगा था और मोबाइल नीचे गिरा पड़ा था। परिजन का आरोप है कि मोबाइल के युवक रख लिया था। ऐसे में शक है कि वह बात करते-करते किसी से कोई विवाद या तनाव होने पर यह आत्मघाती कदम उठाने के लिए मजबूर हुई होगी। परिजन ने बेटी की मौत की निष्पक्ष जांच की मांग की है। घटना सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र की है।
पुराना बस स्टैंड के पास कश्यप कॉलोनी में सृष्टि गर्ल्स हॉस्टल है। यहां बिल्हा क्षेत्र के बरतोरी निवासी प्रियंका कौशिक पिता मालिकराम (24 साल) रूम किराए पर लेकर रहती थी। उसने तीन साल पहले इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद से पुराना बस स्टैंड के पास ही तिवारी आर्किटेक्ट के ऑफिस में बतौर इंजीनियर काम करती थी। बताया जा रहा है कि शनिवार को वह ऑफिस नहीं गई और ना ही ऑफिस के अधिकारियों-कर्मचारियों के कॉल और मैसेज का जवाब दिया। तब उसके साथ काम करने वाला युवक शाम करीब 4.30 बजे उसका हाल जानने के लिए हॉस्टल पहुंचा। इसके बाद उसके आत्महत्या करने का मामला सामने आया।
प्राइवेट गर्ल्स हॉस्टल में अपनी बहन और उसकी सहेली के साथ रहती थी इंजीनियर प्रियंका
कमरे में फंदे पर लटकती मिली लाश
बताया जा रहा है कि प्रियंका फोन नहीं उठा रही थी और न ही वॉट्सऐप मैसेज का जवाब दे रही थी। इस पर उसके साथ काम करने वाला युवक सृष्टि गर्ल्स हॉस्टल पहुंचा। उसने हॉस्टल संचालिका से प्रियंका के संबंध में पूछताछ किया, तब हॉस्टल संचालिका ने उसके रूम में जाकर आवाज देने लगी। अंदर से आवाज नहीं आने पर उसने खिड़की का शटर हटाकर देखा, तब प्रियंका फंदे पर लटक रही थी। युवक के साथ मिलकर उन्होंने दरवाजा को धक्का देकर खोल दिया। फिर उसके परिजन को सूचना दी। परिजन के पहुंचने के बाद इस घटना की जानकारी पुलिस को दी गई।
युवती फंदे पर लटक रही थी, तब भी उसके कान में हेडफोन लगा हुआ था
कान में लगा था हेडफोन, युवक के हाथ में था मोबाइल
परिजन ने बताया कि प्रियंका के कान में हेडफोन लटक रहा था और उसका मोबाइल युवक के हाथ में था। इस पर परिजन ने उसकी मौत पर सवाल उठाने लगे। परिजन का आरोप यह भी था पुलिस को सूचना दिए बगैर ही रूम का दरवाजा खोल दिया गया था। परिजन को इस बात पर भी आपत्ति थी कि पुलिस को बुलाए बिना दरवाजा क्यों तोड़ दिया गया। परिजन को शक है कि प्रियंका फोन से किसी से बात करते-करते यह आत्मघाती कदम उठाई है। ऐसे में युवक के हाथ में मोबाइल होने पर उन्हें आशंका हुई। हालांकि, परिजन की मांग पर अब पुलिस ने मोबाइल जब्त कर लिया है।
बात हुई तब सामान्य थी प्रियंका
इधर, परिजन ने होनहार बेटी प्रियंका की आत्महत्या करने को लेकर कई तरह के सवाल उठाए हैं। उन्होंने बताया कि वह रोज शाम को अपनी मां अरुंधती कौशिक से बात करती थी। उनके पिता मालिकराम किसान हैं और मां अरुंधती आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। शुक्रवार की शाम प्रियंका ने अपनी मां से आखिरी बार बात किया था। तब वह बिल्कुल सामान्य थी। फिर अचानक मोबाइल में बात करते-करते ऐसा क्या हो गया कि उसे आत्महत्या करना पड़ गया।
दो-तीन पहले बहन और सहेली चली गई थी घर
प्रियंका के साथ उसकी छोटी बहन विनीता कौशिक BSC फर्स्ट ईयर की छात्रा है। विनीता और उसकी सहेली भी रूम में प्रियंका के साथ रहती हैं। लेकिन, कॉलेज में कक्षाएं नहीं लगने के कारण दो-तीन पहले ही दोनों रूम छोड़कर गांव चली गईं। इस बीच प्रियंका रूम में अकेली रह रही थी।
मोबाइल कॉल डिटेल से खुलेगा मौत का राज
TI प्रदीप आर्या ने बताया कि परिजन की मौजूदगी में शव का पंचनामा किया गया है। परिजन को आपत्ति थी कि दरवाजा तोड़ने से पहले पुलिस को घटना की जानकारी क्यों नहीं दी गई। जिस युवक ने फोन रखा था, वह प्रियंका की जानकारी लेने गया था। पुलिस ने युवती का मोबाइल जब्त कर लिया है। साइबर सेल की मदद से उसकी जांच की जाएगी। युवती फोन से बात कर रही थी कि नहीं, इसका राज भी मोबाइल से ही खुलेगा। मोबाइल की जांच के बाद आत्महत्या के कारणों का पता चल सकेगा।
मरच्यूरी में खुले में रखना पड़ा शव
पुलिस ने शव को मरच्यूरी भेज दिया। लेकिन, मरच्यूरी के फ्रीजर में पहले से ही दिन लाशें रखी थी। इसके चलते जगह नहीं मिलने के कारण प्रियंका के शव को मरच्यूरी में खुले में रखना पड़ा। रविवार की सुबह उसका पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।खबरें और भी हैं…