- 11 घंटे बाद भी सुलग रही इमारत, भट्टी की तरह गर्म है कमरे.
- हादसे के समय 12 से ज्यादा लोग थे मकान में, 4 दुकानें हुई खाक.
छत्तीसगढ़: जशपुर में सोमवार देर रात हादसा हो गया। एक फर्नीचर दुकान और मकान में भीषण आग लगने से एक दिव्यांग महिला की जिंदा जलकर मौत हो गई। पुलिस और फायरकर्मियों ने JCB से दीवार तोड़कर महिला के शव को बाहर निकाला। आग इतनी ज्यादा थी कि उस पर काबू पाने में 11 घंटे लग गए। इसके बावजूद अभी तक इमारत सुलग रही है और कमरे भट्टी की तरह गर्म हैं। आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड के साथ ही करीब 8 टैंकर लगे हुए थे। बताया जा ाहा है कि आग में चार दुकानें जली हैं।
जानकारी के मुताबिक, कुनकुरी के बाजार डांड में श्याम सुंदर बंग की पूजा प्लाइवुड और फर्नीचर के नाम से दुकान है। वहीं मकान भी है। उनके परिवार में 12 से अधिक सदस्य हैं। रात को करीब 3 बजे आग फैलने के बाद नीचे के कमरे में मौजूद लोग बाहर निकल गए। समय पर दमकल वाहन ना पहुंचने पर आग की लपटें ऊपरी मंजिल तक पहुंच गई। वहीं श्याम अपनी पत्नी रचना बंग (54) और बच्चों के साथ कमरे में सो रहे थे।
रचना बंग -फाइल फोटो
अचानक नींद खुली तो देखा कि आग लगी हुई है। इस पर वह बच्चों को लेकर बाहर भागे। इसके बाद पत्नी रचना को बचाने के लिए फिर से कमरे में घुसे, लेकिन तब तक आग ने रचना को चपेट में ले लिया था। शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंचे, लेकिन कमरे से धमाके की आवाजें सुनाई देने लगीं। किसी तरह लोगों ने रचना को बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन कोशिश नाकाम हो गई। आग की लपटें इतनी ज्यादा थी कि लोग चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहे थे।
पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंचे हुए हैं और आग बुझाने की कोशिश शुरू की। इस दौरान सुबह हो गई, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका। सूचना मिलने पर कलेक्टर रितेश अग्रवाल, SP विजय अग्रवाल और कुनकुरी विधायक यूडी मिंज मौके पर पहुंच गए। इसके बाद JCB से दीवार तोड़कर किसी तरह रचना के शव को बाहर निकाला जा सका। दमकल कर्मियों के तमाम प्रयास कके बाद दोपहर करीब 2 बजे आग पर काबू पाया जा सका। हालांकि तब तक सबकुछ जलकर खाक हो चुका था। आशंका है कि शार्ट सर्किट के चलते आग लगी थी।
SP विजय अग्रवाल ने बताया कि गोदाम और दुकान काफी बढ़ी है। अंदर बड़ी संख्या में फोम और गद्दे भरे हुए थे। इसके चलते आग पर काबू पाने में समय लग रहा था। हवा भी तेज थी, ऐसे में आग बुझती, लेकिन फिर भड़क उठती। आसपास के दुकान संचालक भी आ गए थे। इस आग से प्लाईवुड की दुकान के साथ ही उनकी फर्नीचर, कपड़ा दुकान और हार्डवेयर दुकान भी जलकर खाक हो गई है। फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है।
दमकल वाहन न होने से भड़की आग
जिले में दमकल वाहन की कमी बड़ी समस्या साबित हो रही है। नगर पंचायत का दर्जा प्राप्त होने के 10 साल गुजर जाने के बाद भी कुनकुरी में दमकल वाहन की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है। पूजा प्लाईवुड सेंटर आग लगने की सूचना मिलने के बाद भी स्थानीय प्रशासन के हाथ बंधे रहे। भड़के हुए आग पर काबू पाने के लिए जशपुर और पत्थलगांव से दमकल वाहन को बुलाया गया। जशपुर से कुनकुरी की दूरी 42 किलोमीटर और पत्थलगांव से 55 किलोमीटर है। सूचना पर जशपुर से दो और पत्थलगांव से दो दमकल वाहन मौके पर पहुंचे।
दूसरी बार दुर्घटना का शिकार हुआ बंग परिवार
कुनकुरी का प्रतिष्ठित बंग परिवार दूसरी बार अग्नि दुर्घटना का शिकार हुआ है। इससे पहले वर्ष 1985 में इस परिवार को आरा मिल में आग लगी थी। जिससे बड़ा नुकसान हुआ था। इस हादसे से उबर कर इस परिवार ने नए सिरे से स्वयं को स्थापित किया था।