चव्हाण दिसंबर 2008 से नवंबर 2010 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। उनके पिता शंकरराव चव्हाण भी CM रह चुके हैं।
मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे अशोक चव्हाण आज (13 फरवरी) भाजपा में शामिल हो गए। उनके साथ कांग्रेस के पूर्व MLC अमर राजुलकर ने भी भाजपा की सदस्यता ली। डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने दोनों को पार्टी की सदस्यता दिलाई।
सूत्रों के मुताबिक, चव्हाण को भाजपा राज्यसभा भेज सकती है। बताया जा रहा है कि वे कल नामांकन भी कर सकते हैं। उधर, शिवसेना (UBT) सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगर चव्हाण को राज्यसभा भेजते हैं, तो यह कारगिल के शहीद सैनिकों का अपमान होगा।
दरअसल, 2010 में कारगिल शहीदों के परिवारों के लिए मुंबई में आदर्श हाउसिंग सोसाइटी बनाई गई थी। उस समय चव्हाण महाराष्ट्र के CM थे। तब भाजपा ने चव्हाण पर इस सोसाइटी में अपने रिश्तेदारों को घर बांटने का आरोप लगाया था। चव्हाण को तब मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
चव्हाण ने 12 फरवरी को कांग्रेस से इस्तीफा दिया
भाजपा में आने से एक दिन पहले 12 फरवरी को चव्हाण ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था, इसके अलावा उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से भी रिजाइन कर दिया था। पार्टी छोड़ने को लेकर उन्होंने कहा था कि उन्हें किसी से कोई शिकायत नहीं है। अगले दो दिन में वो आगे का फैसला लेंगे।
चव्हाण ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा- आज मैं अपने राजनीतिक करियर की एक नई यात्रा शुरू करने जा रहा हूं। मैं BJP में शामिल होने जा रहा हूं। मैं महाराष्ट्र भाजपा कार्यालय में डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता लूंगा।
देशमुख के हटने के बाद मुख्यमंत्री बने थे
चव्हाण दिसंबर 2008 से नवंबर 2010 तक दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। दिसंबर 2008 में मुंबई आतंकी हमले के बाद जब दो बार के CM विलासराव देशमुख को पद से हटाया गया, तब चव्हाण को मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके बाद 2009 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस ने उन्हें दोबारा CM बनाया।
2010 में कारगिल शहीदों के परिजनों लिए मुंबई में बनाई गई इमारत आदर्श हाउसिंग सोसाइटी में चव्हाण के रिश्तेदारों को घर देने का आरोप लगा था। इसे आदर्श हाउसिंग सोसाइटी घोटाला नाम दिया गया। इस घोटाले के सामने आने के बाद अशोक चव्हाण को मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी।
अशोक चव्हाण महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरराव चव्हाण के बेटे हैं। महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार पिता और पुत्र दोनों ने मुख्यमंत्री पद संभाला। वे नांदेड़ से सांसद भी रह चुके हैं। वे महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी के महासचिव भी रह चुके हैं। वे महाराष्ट्र के संस्कृति विभाग, उद्योग, माइंस विभाग जैसी जिम्मेदारियां भी संभाल चुके हैं।
अशोक चव्हाण ने 12 फरवरी को X पर बायो बदल दिया। जुड़ेगा भारत-जीतेगा इंडिया की टैगलाइन फोटो और कांग्रेस से जुड़ी डिटेल्स हटा दी हैं। सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री महाराष्ट्र लिखा है।
चव्हाण के कांग्रेस छोड़ने पर दिग्गज नेताओं के रिएक्शन
- पृथ्वीराज चव्हाण: यह दुखद निर्णय है। चर्चा काफी समय से हो रही थी। हमने नहीं सोचा था कि वह यह फैसला लेंगे। उन्हें दो बार CM बनाया गया। क्या गलत हुआ, वह किससे परेशान थे। इस बारे में वही बताएंगे। कांग्रेस विधायक दल के सभी सदस्य एक साथ हैं। भाजपा नेता अफवाह फैला रहे हैं कि कुछ लोग उनके संपर्क में हैं।
- जयराम रमेश: ये एक विशेष वॉशिंग मशीन का असर है। कुछ लोगों को इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि उनके जाने से कांग्रेस टूट जाएगी। जो जाते हैं, उनको कांग्रेस ने बहुत कुछ दिया है, उनकी योग्यता से ऊपर दिया है। हजारों युवा दरवाजे पर खटखटा रहे हैं और इन नेताओं के कारण उन्हें मौका नहीं मिल पाया।
- संजय राउत: अशोक चव्हाण BJP सदस्य बन गए, मुझे यकीन नहीं हो रहा है। कल तक साथ थे..चर्चा कर रहे थे..आज चले गए। क्या एकनाथ शिंदे और अजित पवार की तरह चव्हाण भी अब कांग्रेस पर दावा करेंगे और हाथ का निशान लेंगे? और क्या चुनाव आयोग उन्हें यह देगा? हमारे देश में कुछ भी हो सकता है!
(Bureau Chief, Korba)