Saturday, April 20, 2024
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BCC News 24: CG न्यूज़- 15 करोड़ की ठगी.. चिटफंड कंपनी के फरार दो डायरेक्टर वाराणसी से गिरफ्तार, अपनी पहचान छिपाकर चला रहे थे किराना दुकान

छत्तीसगढ़/बालोद: इंड्स वेयर इंडस्ट्रीज चिटफंड कंपनी के तीन साल से फरार दो डायरेक्टर अरूणेश(42) निवासी पटना (बिहार) और बाल चन्द चौरसिया(50) निवासी परीवा जिला बलिया (उत्तरप्रदेश) को बालोद पुलिस ने उत्तरप्रदेश के वाराणसी से गिरफ्तार किया। इस कंपनी का एक डायरेक्टर पहले गिरफ्तार हो चुका है। इस कंपनी के खिलाफ 5 राज्य छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, बिहार, उत्तरप्रदेश, दिल्ली में कुल 17 प्रकरण दर्ज है।

अब तक की जांच में यह तथ्य सामने आया है, कि 5 राज्य में हजारों लोगों से 15 करोड़ रुपए की ठगी की गई है। आंकड़ा बढ़ सकता है। वहीं पुलिस कंफर्म बता नहीं पा रही है, कि कुल कितने लोग ठगी के शिकार हुए है। दोनों आरोपी इतने शातिर है, कि अपनी पहचान छिपाने के लिए निवास स्थान बदलकर किराना दुकान का संचालन कर रहे थे। कंपनी के डायरेक्टरों के खिलाफ बालोद थाने में प्रार्थी जितेन्द्र कुमार हिरवानी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि एजेंट के माध्यम से कंपनी की लुभावनी स्कीम एवं अधिक ब्याज का लालच देकर पैसा जमा कराया गया। जिसके बाद कंपनी के ऑफिस को बंद कर सभी फरार हो गए।

अफसरों ने बनाई विशेष टीम, अब मिली सफलता
फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दुर्ग रेंज के आईजी बीएन मीणा, एसपी जितेन्द्र कुमार यादव, एएसपी हरीश राठौर के निर्देश पर एसडीओपी प्रतीक चतुर्वेदी, डीएसपी राजेश बागड़े की निगरानी में एक विशेष टीम तैयार की गई थी। टीम को वाराणसी के लिए रवाना किया गया था। गठित टीम के प्रभारी एसआई खगेंद्र पठारे व टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार किया। यूपी से बालोद लाने के बाद मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया। आरोपियों को पकड़ने व जांच में बालोद टीआई नवीन बोरकर, आरक्षक प्रवीण साहू, भोप सिंह साहू, सायबर सेल से योगेश सिन्हा, मिथलेश यादव का योगदान रहा।

2021 में एक डायरेक्टर पुलिस के हत्थे चढ़ा था
पुलिस के अनुसार 23 जून 2019 को बालोद थाने में आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 34 भादवि 3,4,5 ईनामी चिटफंड एवं धन परिचालन स्कीम पाबंदी अधिनियम 1978, धारा 10 छ.ग. निक्षेपकों का हितों का संरक्षण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज हुआ था। जिसके बाद 21 जून 2021 को प्रिंस राणा निवासी नौगढ़ जिला सिंगरौली (मध्यप्रदेश) को गिरफ्तार किया गया था। इस चिटफंड कंपनी में कई डायरेक्टर शामिल है, ऐसा अनुमान पुलिस लगा रही है। फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ चल रही है। जिससे और भी खुलासे हो सकते है।

अपराध दर्ज होने के पहले डायरेक्टर ने बेच दी जमीन

जेएसबी रियल इंन्फ्रा.इंडिया लिमिटेड चिटफंड कंपनी के 6 डायरेक्टर कन्हैया लाल ओझा, नितिन राव सेण्डे, हीरा सिंह, पंकज कुमार, धनेश कुमार, सुशील सरकार को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। कन्हैया लाल के नाम पर ग्राम रजोली में 0.16 हे., 0.23 हे., 0.15 हे., 1.99 हे. एवं 0.45 हे. भूमि है। दोनों स्थान की जमीन की खरीदी-ब्रिकी पर जिला प्रशासन ने रोक लगाई है। ग्राम रजोली की जिस 2.67 हेक्टेयर जमीन को कुर्की करने जिला प्रशासन ने आदेश जारी किया है, उसे चिटफंड कंपनी के संचालक कन्हैयालाल ओझा ने मार्च 2016 में राजनांदगांव की किरण देवी जैन को बेच दिया है। इस मामले में एसपी ने बताया कि दल्लीराजहरा थाना प्रभारी से जानकारी ली गई है, जिसके अनुसार प्रकरण की कायमी जमीन बिक्री के बाद 30 जुलाई 2016 को हुआ है।

सोनभद्र से कंपनी की शुरुआत: साल 2011 में सोनभद्र के रॉबर्ट्सगंज में शातिर ठगों ने इंडस वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड नामक चिटफंड कंपनी खोली थी। जिसके बाद वहां के हजारों लोगों को प्रलोभन देकर कई योजनाओं में पैसे जमा कराए। लगभग 13 करोड़ रुपए जमा होने के बाद 2016 में डायरेक्टर फरार हो गए। इस प्रकरण के एक आरोपी को ईओडब्ल्यू की टीम व स्थानीय पुलिस ने गाजीपुर से गिरफ्तार किया था।

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