गाजा: फिलिस्तीन के उग्रवादी संगठन हमास ने शनिवार को कहा वो इजराइल के साथ 60 दिन के युद्धविराम प्रस्ताव पर तुरंत बातचीत के लिए तैयार है। यह प्रस्ताव कतर की तरफ से दिया गया था।
इजराइल बुधवार को ही इस युद्धविराम प्रस्ताव को मंजूरी दे चुका है। हालांकि, पहले भी दोनों पक्ष कई बार समझौते के करीब पहुंचे थे, लेकिन आखिरी समय में छोटी-छोटी बातों पर सहमति टूट गई थी।
इससे पहले ट्रम्प ने मंगलवार को अपने ट्रुथ सोशल पोस्ट में हमास को चेतावनी देते हुए कहा था- मुझे उम्मीद है कि हमास इस सौदे को स्वीकार कर लेगा, वरना उनके लिए हालात और खराब हो जाएंगे।
7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुई इजराइल-हमास जंग में अब तक 56 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जबकि लाखों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
सीजफायर प्रस्ताव के मुख्य पॉइंट–
- 10 जीवित इजराइली बंधकों की रिहाई होगी।
- 18 मृत इजराइली बंधकों के शव भी लौटाए जाएंगे।
- 60 दिनों का युद्ध विराम होगा, जिसमें जंग को स्थायी तौर पर खत्म करने पर बातचीत होगी।

गाजा में 27 जून को एक बिल्डिंग पर इजराइली हमले के बाद घटनास्थल पर जुटे फिलिस्तीनी।
नेतन्याहू जंग खत्म करने को लेकर असमंजस में
ट्रम्प के विशेष प्रतिनिधि स्टीव विटकॉफ इस युद्धविराम की मध्यस्थता कर रहे हैं। प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि अमेरिका, कतर और मिस्र यह तय करेंगे कि युद्धविराम के दौरान युद्ध को खत्म करने पर बातचीत हो।
हालांकि, इजराइली PM नेतन्याहू जंग खत्म करने को लेकर असमंजस में हैं, क्योंकि उनकी गठबंधन सरकार के दक्षिणपंथी सदस्य इसे स्वीकार करने पर सरकार गिराने की धमकी दे रहे हैं।
वहीं, हमास के नए नेता इज्ज अल-दीन अल-हद्दाद ने जंग खत्म करने, गाजा से इजराइली सेना की वापसी, कैदियों की रिहाई और गाजा रिडेवलप करने की मांग कर रहे हैं।
21 महीने की जंग में 56 हजार फिलिस्तीनियों की मौत
हमास-इजराइल के बीच 21 महीने से संघर्ष जारी है। हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हमला कर दिया था। इजराइली आंकड़ों के अनुसार, इस हमले में 1,200 लोग मारे गए और 251 बंधक बनाए गए थे।
हमास ने यह हमला इजराइल के कब्जे, गाजा की नाकेबंदी और हजारों फिलिस्तीनी की रिहाई की मांग के लिए किया था। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 7 अक्टूबर के बाद इजराइल के सैन्य हमले में 56 हजार से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
गाजा में जंग के बीच 5 लाख लोगों पर भुखमरी का संकट पैदा हो गया है। गाजा के हालात पर 12 मई को संयुक्त राष्ट्र ने एक रिपोर्ट पेश की थी। इसके मुताबिक अगर इजराइल पाबंदियां नहीं हटाता है तो गाजा में हर 5 में से 1 व्यक्ति भुखमरी की चपेट में आ सकता था। साथ ही 21 लाख लोगों को अकाल का सामना भी करना पड़ सकता था।

गाजा में अब तक 56 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जबकि लाखों लोग भुखमरी के संकट से जूझ रहे हैं।

गाजा में तीन महीने तक फूड सप्लाई रुकी हुई थी, जिस वजह लाखों लोगों संकट से जूझना पड़ रहा था।
ट्रम्प के शपथ ग्रहण से एक दिन पहले सीजफायर हुआ था
इजराइल-हमास के बीच 19 जनवरी को ट्रम्प के शपथ ग्रहण से एक दिन पहले सीजफायर हुआ था। जिसमें तीन फेज में दोनों पक्ष एक-दूसरे के बंधकों को रिहा करने पर सहमत हुए थे।
सीजफायर का पहला फेज 1 मार्च को खत्म हो गया। पहले फेज में हमास ने 33 बंधक छोड़े, इनमें 8 शव शामिल थे। वहीं इजराइल ने 2 हजार फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया।
इजराइल और हमास के बीच सीजफायर के दूसरे फेज पर अभी तक बातचीत शुरू नहीं हो पाई है।
18 मार्च को इजराइल ने सीजफायर तोड़ते हुए गाजा में कई इलाकों पर हमला किया था। इजराइल का दावा था कि उसने हमले की प्लानिंग कर रहे आतंकियों को निशाना बनाया था।
वहीं, हमास का कहना था कि नेतन्याहू का फिर से युद्ध शुरू करने का फैसला इजराइली बंधकों के लिए मौत की सजा की तरह है।
4 पाॅइंट में समझिए हमास-इजराइल जंग…
- गाजा में संघर्ष का सिलसिला साल 1948 से जारी है। इसने भीषण रूप 7 अक्टूबर 2023 को लिया जब हमास ने इजराइल पर हमला किया। जिसमें 815 नागरिकों सहित 1,195 इजराइली और विदेशी नागरिक मारे गए।
- हमास ने 251 इजराइली लोगों को बंधक बनाया। हमास ने इस हमले को इजराइल के कब्जे, गाजा की नाकाबंदी और हजारों फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की मांग के लिए किया।
- इजराइल ने जवाब में गाजा पर बमबारी शुरू की और 27 अक्टूबर 2023 को जमीनी हमला शुरू किया। इजराइल का कहना है कि उसका मकसद हमास को खत्म करना और बंधकों को रिहा कराना है।
- इस युद्ध में 61 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। इजराइल में 1,200 से ज्यादा लोग मारे गए। गाजा में 80% लोग विस्थापित हो चुके हैं और अधिकांश बुनियादी ढांचा नष्ट हो चुका है।

(Bureau Chief, Korba)