हरियाणा: हिसार में मंगलवार को हुए दर्दनाक हादसे में बाइक सवार चाचा-भतीजे और उनके एक साथी की मौत हो गई। तीनों राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में स्थित गोगामेड़ी से दर्शन करके लौट रहे थे। जैसे ही तीनों हिसार पहुंचे, उन पर 11 हजार वोल्ट की लाइन का तार टूट कर गिर गया।
तीनों की मौके पर ही तड़प-तड़प कर मौत हो गई। आसपास के लोगों ने तुरंत पावर हाउस को सूचना दी, लेकिन आधे घंटे तक सप्लाई बंद नहीं की गई। करंट लगने का खतरा देखते हुए ही लोग तुरंत उनकी मदद नहीं कर सके। इसी वजह से युवकों की जान चली गई।
लोगों के मुताबिक, तीनों के साथ एक युवक और था, जो तार की चपेट में आने से पहले ही बाइक से कूद गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों के शवों को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल भिजवाए। इस मामले में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक (एमडी) ने जांच कमेटी बनाई है।
उधर, देर शाम तक मृतक युवकों के परिवार की ओर से पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी गई थी। परिजनों ने बताया कि मृतकों में एक युवक दो बेटियों का पिता था।

मिर्जापुर रोड पर सड़क पर पड़े युवकों के शव के पास खड़े लोग।
यहां सिलसिलेवार ढंग से पूरा मामला….
- सुलखनी गांव के रहने वाले थे तीनों : मृतकों की पहचान सुलखनी गांव के रहने वाले बंटी, संदलाना गांव के राजकुमार उर्फ राजू और अमित के रूप में हुई है। सिविल अस्पताल में मौजूद सुलखनी गांव के लोगों ने बताया कि तीनों युवक सोमवार को गोगामेड़ी के दर्शन करने के लिए गए थे। तीनों एक ही बाइक से गए थे।
- मंगलवार की सुबह लौट रहे थे : ग्रामीणों के मुताबिक, सोमवार रात को तीनों लौटते समय बधावड़ गांव में रुक गए। मंगलवार सुबह सभी सुलखनी गांव लौट रहे थे। इसी दौरान बधावड़ गांव का शमशेर भी इनके साथ बाइक पर चल दिया। चारों एक ही बाइक से लौट रहे थे।
- हिसार में मिर्जापुर रोड पर हुआ हादसा : मंगलवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे जैसे ही चारों हिसार में मिर्जापुर रोड पर दर्शना एकेडमी के सामने पहुंचे, वैसे ही ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्ट की तार इन पर पर गिर गई। इन चारों के अलावा अन्य वाहन सवारों ने किसी तरह खुद को तारों से बचाया।
- तीन की तड़प कर मौत, एक ने कूदकर बचाई जान : तार टूटकर गिरते ही सबसे पीछे बैठा शमशेर चलती बाइक से ही कूद गया, जबकि बंटी, राजू और अमित करंट की चपेट में आ गए।तीनों की मौके पर ही तड़प तड़प कर मौत हो गई। हादसा देख आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और किसी तरह तार को वहां से हटाया।

घटना के बाद आसपास के लोगों ने एम्बुलेंस में तीनों के शव अस्पताल में भिजवाए।
ग्रामीण बोले- बिजली निगम की लापरवाही से हुआ हादसा…
- सूचना देने के बावजूद आधे घंटे तक बंद नहीं की बिजली: प्रत्यक्षदर्शी कपूर सिंह ने बताया कि घटना के तुरंत बाद लोगों ने युवकों को तड़पता देख पावर हाउस में फोन किया, लेकिन बिजली सप्लाई आधे घंटे बाद काटी गई। इसी वजह से लोग युवकों के पास जाने का जोखिम नहीं उठा सके। यदि तुरंत बिजली सप्लाई बंद कर दी जाती तो युवकों को बचाया जा सकता था।
- ग्रामीणों ने ही तीनों के शव उठाए : ग्रामीणों ने बताया कि घटना के बाद भारी संख्या में लोग इकट्ठे हो गए थे। लोगों में बिजली निगम के अधिकारियों के खिलाफ गुस्सा था। जब बिजली सप्लाई बंद की गई, तभी लोग युवकों के पास पहुंचे। मगर, तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों का कहना था कि बिजली निगम की लापरवाही के कारण ही यह हादसा हुआ। ग्रामीणों ने ही तीनों के शव वहां हटा कर सड़क किनारे रखे।

घटना के बाद मौके पर जमा लोगों की भीड़।
रोते-बिलखते अस्पताल पहुंचे परिजन : सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। पुलिस ने युवकों के पास मिले कागजात के आधार पर उनकी पहचान की। इसके बाद सूचना पुलिस ने तीनों के परिजनों को दी। तीन युवकों की मौत की सूचना मिलते ही परिजन रोते-बिलखते अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली।

मृतक बंटी की फाइल फोटो।
मरने वालों में 2 चाचा-भतीजा, एक CSC सेंटर चलाता था
परिजनों ने बताया कि राजकुमार (37) की दो छोटी बेटियां हैं। अमित (14) उसका भतीजा है। बंटी (27) सुलखनी गांव में कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) चलाता था। तीनों 31 अगस्त को नवमी के दिन गोगामेड़ी पर पूजा करने गए थे। लौटते समय वे बंटी के ननिहाल बधावड़ गांव में रुक गए थे। सुबह जब वे अपने गांव जा रहे थे, तभी उन पर बिजली की हाईटेंशन तार गिर गई।
एमडी ने हादसे की जांच को बनाई कमेटी
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक (एमडी) आईएएस अशोक कुमार गर्ग का कहना है कि मिर्जापुर रोड पर हाईटेंशन तार गिरने के कारण जो हादसा हुआ है, उसकी जांच के लिए डायरेक्ट ऑपरेशन और डायरेक्टर की एक संयुक्त कमेटी बनाई गई है। कमेटी 24 घंटे में जांच कर रिपोर्ट देगी कि हादसे के क्या कारण रहे और इसके लिए कौन जिम्मेदार है।

(Bureau Chief, Korba)