रायपुर: बिलासपुर-सरगुजा संभाग में बुधवार रात भारी बरसात की संभावना बन रही है। मौसम विभाग ने यहां आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका जताई है। गुरुवार को भी कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बरसात की संभावना जताई जा रही है।
मौसम विभाग ने बुधवार शाम बताया, उत्तर छत्तीसगढ़ में घने बादल छाए हुए हैं। इन बादलों से प्रदेश में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा होने तथा आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक एक पूर्व-पश्चिम द्रोणिका उत्तर-पश्चिम राजस्थान से उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा झारखंड और उससे लगे ओडिशा के ऊपर 1.5 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसकी वजह से प्रदेश में 23 जून को भी अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ सीटें पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा और वज्रपात की भी संभावना बन रही है।
बुधवार को कम बरसात हुई है
छत्तीसगढ़ में बुधवार को अपेक्षाकृत कम बरसात हुई है। कई इलाकों में सुबह से दोपहर तक धूप खिली रही। उसके बाद बादल फिर छाये। जशपुर, उदयपुर, ओड़गी, सोनहत, भैयाथान, सुकमा जैसे कुछ स्थानों पर दो से चार सेंटीमीटर तक की बरसात हुई है। वहीं जगदलपुर में 8.7 मिमी बरसात रिकॉर्ड हुई है। रायपुर के बाहरी क्षेत्रों, बिलासपुर, पेण्ड्रा रोड में भी हल्की बरसात दर्ज हुई है।
सात दिन से सक्रिय है मानसून
छत्तीसगढ़ में दक्षिण-पश्चिम मानसून का आधिकारिक आगमन 16 जून को हुआ। इससे पहले 15 जून की रात में ही यह बस्तर से प्रदेश में प्रवेश कर चुका था। 16 जून की दोपहर बाद मौसम विभाग ने आधिकारिक तौर पर बताया कि मानसून दुर्ग तक पहुंच गया है। 19 जून की सुबह 8बजे तक वह दुर्ग में ही अटका रहा था। दोपहर बाद उसकी रेंज पेण्ड्रा रोड तक पहुंच गई थी। 20 जून को दोपहर बाद तक मानसून प्रदेश के प्रत्येक जिले के ऊपर सक्रिय हो चुका था। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि प्रदेश के आसमान पर छाए बादल अभी डटे रहेंगे।