Sunday, May 5, 2024
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हवाओं के साथ झमाझम बारिश… गर्मी के मौसम में लोगों ने निकाले रेनकोट और छाते, तापमान 24 डिग्री पर लुढ़का; ओलावृष्टि से फसल बर्बाद

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: जिले में रविवार को कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हो रही है। मौसम के बदलाव के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिसके कारण लोगों को गर्मी से राहत मिली है। रविवार को पेंड्रा का अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस पर है, वहीं शनिवार को यहां अधिकतम तापमान 27 डिग्री और न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

जिले में पिछले 10 दिनों से जिले में रोजाना रुक-रुककर बारिश हो रही है। यहां मौसम ठंडा बना हुआ है। अप्रैल के पहले पखवाड़े में जहां अधिकतम तापमान 40 डिग्री पहुंच गया था और लोग भीषण गर्मी से परेशान हो रहे थे, तो वहीं 15 अप्रैल के बाद से ही यहां लगातार बारिश होने लगी, जिससे पारा गिर गया और लोगों को गर्मी से राहत मिल गई। लगातार हो रही बारिश के कारण लोगों ने रेनकोट और छाता निकाल लिया है। वहीं आंधी और बारिश के कारण शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत सेवा भी बाधित हो गई है और कई जगहों पर बिजली गुल है।

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में रविवार सुबह से ही हो रही है तेज बारिश।

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में रविवार सुबह से ही हो रही है तेज बारिश।

इधर गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के कई गांवों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण ग्रीष्मकालीन फसलें खराब हो गई हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के लिए बारिश आफत बनकर आई है। इस हफ्ते आई तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि के कारण सब्जियों की फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है। जिले के कोटमी कला के आसपास के लगभग सभी इलाकों में ओला गिरने से सब्जी की फसल को बड़ा नुकसान पहुंचा है। हरी मिर्च, टमाटर, बैंगन और अन्य सब्जियों की नर्सरी को 50 से 60 प्रतिशत के नुकसान का अंदेशा लगाया जा रहा है।

सब्जियों की फसलों को 50-60 फीसदी नुकसान की आशंका।

सब्जियों की फसलों को 50-60 फीसदी नुकसान की आशंका।

किसानों का कहना है कि यह बागवानी क्षेत्र और किसानों के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि सब्जियां इस मौसम में जिले के किसानों के लिए आय का मुख्य स्रोत हैं। मरवाही तहसील के भी कई सब्जी उत्पादक किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। जिला प्रशासन ने फिलहाल कोई सर्वे शुरू नहीं कराया है, जबकि जनप्रतिनिधियों ने किसानों को मुआवजा राहत दिलाए जाने की मांग प्रशासन से की है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले 2 से 3 दिनों तक ऐसे ही हालात बने रहेंगे।

पिछले 10 दिनों से हो रही बारिश के कारण मौसम ठंडा हो गया है।

पिछले 10 दिनों से हो रही बारिश के कारण मौसम ठंडा हो गया है।

बता दें कि छत्तीसगढ़ में द्रोणिका के साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण मौसम का मिजाज बदला हुआ है। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में शनिवार को भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। कई जगहों में गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने के आसार हैं। प्रदेश का तापमान सामान्य से 7 डिग्री नीचे तक गिरा है। कोरबा में इन दिनों सुबह से लेकर दोपहर तक तेज धूप रहती है, जिसके बाद शाम होते ही मौसम बदल जाता है।

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