छत्तीसगढ़: बिलासपुर में साइकिल को कंधे में लाद कर नाला पार करते समय युवक मुरुम की अवैध खुदाई से बने गड्ढे में गिर गया, जिससे डूबकर युवक की मौत हो गई। नाले में पुल निर्माण के लिए तीन बार भूमि-पूजन हो चुका है। लेकिन, अब तक पुल नहीं बन सका है। हादसा तखतपुर थाना क्षेत्र में हुआ है।
जानकारी के अनुसार मनहरण यादव (35) ग्राम बहुरता में रहता था। वह तखतपुर के महामाया चौक स्थित अंसारी खाद भंडार में हमाल था। रविवार दोपहर वह काम के बाद घर जाने के लिए निकला था। इस दौरान पुरैना गांव के पास से नाला पार करते समय साइकिल से फिसल गया। इस दौरान गहरे गड्ढे में डूबने से उसकी मौत हो गई।
नाले में मुरुम की अवैध खुदाई
जिस जगह पर नाला बना है, वहां मुरुम की अवैध खुदाई चलती है, जिससे आसपास गड्ढा हो गया है। युवक को गहराई का आभास नहीं हुआ। वह साइकिल को कंधे में लादकर नाला पार करने लगा। अचानक वह गहरे गड्ढे में गिर गया और साइकिल उसके गले में फंस गई। ग्रामीण उसकी मौत के लिए अवैध मुरुम की खुदाई की वजह बता रहे हैं।
ग्रामीणों ने तलाश कर निकाला शव
मनहरण को नाले में बहते देखकर आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। इस दौरान पुरैना गांव के जुगतु कैवर्त्य सहित अन्य ने उसकी तलाश की। करीब एक घंटे बाद युवक के शव को उन्होंने बाहर निकाला। इस दौरान आसपास के ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दिया। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुल के लिए तीन बार हुआ भूमि-पूजन
ग्रामीणों ने बताया कि जिस जगह पर नाला है, वहां पुल ही नहीं है। यहां पुल बनाने के लिए राशि स्वीकृत हो चुकी है। निर्माण कार्य शुरू करने के लिए तीन बार भूमि पूजन भी हो चुका है। लेकिन, अफसरों की उदासीनता और मनमानी के चलते अब तक पुल निर्माण का काम शुरू नहीं हो सका है।
पिता के बाद बेटे की मौत से पसरा मातम
मनहरण के पिता बलराम यादव उसके साथ रहता था। कुछ दिन पहले ही उसके पिता की बीमारी से मौत हो गई थी। अब बेटे की मौत की खबर के बाद उसके घर में मातम छा गया।