भिलाई: पिता ने 7 वर्ष की अपनी मासूम बेटी को गुल्लक में जमा करने के लिए 5 रुपए का सिक्का दिया। लेकिन खेल-खेल में बेटी ने सिक्के को अपने मुंह में डाल दिया। देखते ही देखते उसने सिक्का निगल लिया। सिक्का उसकी सांस की नली में जानकर फंस गया। इससे उल्टी होने के साथ ही उसका दम भी घुटने लगा।
पूरा मामला रामनगर बेरला निवासी बच्ची कृतिका का है। बच्ची की हालत खराब होने पर परिजन नजदीकी अस्पताल पहुंचे। वहां से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया । वे एसआर अस्पताल चिखली पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने दूरबीन पद्धति से उसका ऑपरेशन किया और सफल रहे। बच्ची स्वस्थ है।
पिता ने कहा उनसे जैसी चूक हुई, दूसरा कोई न करे, खेलते वक्त बच्चों पर ध्यान रखें
अपनी लाडली की उखड़ती सांसें देखकर पिता जितेंद्र के पैरों तले जमीन खिसक गई। सिक्का निकलने के बाद उन्होंने कहा कि कोई भी परिजन वैसी चूक ना करे जैसी उन्होंने किया। उन्होंने कहा कि परिजन इस बात का हमेशा ख्याल रखें कि बच्चे कोई सिक्का या कोई सॉलिड वस्तु तो मुंह में नहीं डाल रहे हैं।
देखते ही उसे बच्चों के मुंह से निकालें और बच्चों को समझाइश दें कि ऐसे में सिक्का फंस सकता है। खैर बच्चे तो नादान होते हैं। ऐसे में घर के बड़ों की जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ जाती है। इसलिए चूक से पहले ही इन सभी चीजों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
इस केस में पल-पल होता है कीमती, देर करने पर जान का खतरा बढ़ जाता है
कृतिका का इलाज करने वाले डॉ. एसपी केसरवानी, डॉ. अंकिता और डॉ. अश्वनी ने बताया कि दूरबीन पद्धति से सिक्का निकालने का प्रयास शुरू किया। 2 प्रयासों में सिक्का मशीन की पकड़ में आ गया और उसे बाहर निकाल लिया गया। इसके निकलते ही बच्ची की सांसे पूर्व की तरह नियमित हो गई।
डॉक्टर केसवानी ने बताया कि इस तरह के केस में पल-पल कीमती होता है। दूरबीन विधि से सांस की नली में फंसी बाहरी वस्तु निकालने की सुविधा नहीं होने पर जान का खतरा हो जाता है। ऐसे समय में बड़ी सावधानी से इलाज किया ।