- जिले के कृषकों द्वारा की जा रही है चाय एवं उद्यानिकी फसलों की खेती
- चाय की खेती क्षेत्र विस्तार के तहत् 95.50 एकड़ भूमि में चाय पौधा रोपण विधिवत प्रारम्भ किया गया
जशपुरनगर: जिला प्रशासन के मार्गदर्शन एवं सहयोग से जिले में चाय पौध रोपण वर्ष 2010 से मनोरा विकासखण्ड के सोगड़ा में सफल क्रियान्वयन पश्चात् वर्ष 2023 मंो जशपुर विकासखण्ड के सारूडीह में किया जा रहा है। इस वर्ष बगीचा विकासखण्ड के ग्राम छिछली एवं मनोरा के ग्राम केराकोना में चाय की खेती क्षेत्र विस्तार के तहत् 95.50 एकड़ भूमि में चाय पौधा रोपण विधिवत प्रारम्भ किया गया।
जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में चाय विशेषज्ञों के साथ फील्ड विजिट, कृषको से चर्चा एवं कृषको को चाय उत्पादन की तकनीकी प्रशिक्षण चाय विशेषज्ञ से दिलाये जाने के उपरान्त चाय की खेती हेतु कृषको की सहमति से उनकी निजी भूमि में मनरेगा, विभागीय योजना मद एवं डीएमएफ के अभिसरण से चाय पौध रोपण कार्य किया गया है। जिससे क्षेत्र में स्वरोजगार एवं रोजगार उपलब्ध होंगे तथा उनकी आय में निरन्तर वृद्धि होगी। इसके आगामी वर्ष में 500 एकड़ भूमि में चाय पौध रोपण एवं चाय प्रोसेसिंग युनिट स्थापना, चाय पत्ती उत्पादन, वेल्यू एडिशन व पैकिंग तथा मार्केटिंग व चाय पौध उत्पादन रोपण स्थापना की कार्ययोजना भी तैयार की जा रही है। जिले को वन डिस्ट्रीक्ट वन फोकस काप अंतर्गत नई पहचान स्थापित होगी तथा भारत व विश्व के पटल पर छत्तीसगढ़ राज्य को भी चायपत्ती उत्पादन मे सहभागिता प्रदर्शित होगी।