Wednesday, December 31, 2025

              घर लौट रहे नाबालिग को उठा ले गए किडनैपर्स…. पता पूछने के बहाने बाइक रोकी, फिर मुंह दबाकर गाड़ी में बिठाया और साथ ले गए

              भिलाई: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में दो बाइक सवार युवकों ने एक 12 साल के बच्चे का अपरहरण कर लिया। इससे पहले की कोई अनहोनी होती नाबालिग अपनी सूझबूझ से उनके चंगुल से भाग गया और छिपते-छिपाते देर रात अपने घर पहुंचा। परिजनों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज किए बगैर खुर्सीपार पुलिस मामले की जांच कर रही है।

              खुर्सीपार थाना अंतर्गत वार्ड 46 शर्मा आश्रम सुलभ के पास रहने वाले पंकज गुप्ता ने बताया कि उसके बेटे का अपहरण हुआ है, लेकिन पुलिस उसे मान नहीं रही है। पंकज ने भास्कर को बताया कि वो पावर हाउस में थोक चायपत्ती की दुकान में काम करता है। उसके दो बेटे हैं। घटना शनिवार शाम 4 बजे की है। उसकी पत्नी सुनीता गुप्ता ने बेटे प्रियांशु (12 साल) को दुकान कुछ सामान लेने के लिए भेजा था। जब वो समान लेकर लौट रहा था, तभी वहां बाइक में सवार दो युवक आए। उन्होंने प्रियांशु को रोककर एक पता पूछा। गर्मी का दिन होने के चलते उस समय मोहल्ले में कोई भी बाहर नहीं था।

              सुनसान मोहल्ला होने का फायदा उठाकर पीछे बैठा युवक उतरा और प्रियांशु का मुंह दबाकर उसे बाइक में बिठाया और अपने साथ ले गए। जब काफी देर तक प्रियांशु घर नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई। उन्होंने उसे मोहल्ले में काफी खोजा। जब उसका कहीं पता नहीं चला तो उन्होंने रात में खुर्सीपार थाने जाकर मामले की शिकायत की।

              माता पिता ने आरोपियों को पकड़ने पुलिस से लगाई गुहार
              माता पिता ने आरोपियों को पकड़ने पुलिस से लगाई गुहार
              देर रात घर लौटा बेटा और मां से लिपट कर रोने लगा
              मां सुनीता गुप्ता ने बताया उनका बेटा खो जाने के चलते उन्हें नींद नहीं आ रही थी। सभी लोग उसको खोजने में लगे थे। घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल था। शनिवार रविवार की देर रात एक बजे के करीब जब प्रियांशु घर पहुंचा तो मां से लिपट कर रोने लगा। पूछने पर बताया कि दो अंकल बाइक से आए और उसे उठाकर अपने साथ दुर्ग ले गए थे।

              बच्चे ने माता पिता को बताई पूरी सच्चाई
              बच्चे ने माता पिता को बताई पूरी सच्चाई
              इस तरह किडनैपर्स के चंगुल से भागा नाबालिग
              प्रियांशु ने भास्कर को बताया कि जब वो सामान लेकर घर लौट रहा था तो बाइक से दो अंकल आए। उन्होंने एड्रेस पूछने के बहाने उसे रोका और फिर अचानक उसका मुंह दबाकर बाइक में बैठाया और अपने साथ ले गए। उन लोगों ने उसे धमकी दी थी कि अगर वो चिल्लाएगा तो उसे जान से मार देंगे। वो लोग उसे दुर्ग रेलवे स्टेशन ले गए। एक सुनसान जगह पर बैठाकर रखा। इसी दौरान एक अंकल कुछ समान लेने के लिए गए। मौका देखकर प्रियांशु वहां से भागा और रायपुर की तरफ जा रही ट्रेन के एसी कोच में जाकर छिप गया। इसके बाद जैसे ही ट्रेन आगे पावर हाउस रेलवे स्टेशन में रुकी तो वो वहां उतर गया। इसके बाद छिपते-छिपाते किसी तरह अपने घर खुर्सीपार पहुंचा।

              खुर्सापार पुलिस स्टेशन
              खुर्सापार पुलिस स्टेशन
              पिता ने कहा- बेटा झूठ बोल रहा होगा तो सीसीटीवी चेक कर लें
              प्रियांशु 5वीं कक्षा में पढ़ता है और उसने कहीं किडनैपिक की झूठी कहानी तो नहीं बनाई होगी.. इस सवाल पर पिता पंकज गुप्ता का कहना है कि उनका बेटा झूठ नहीं बोलता है। उन्होंने खुद उससे कई बार प्यार से पूछा, लेकिन वो एक ही चीज बता रहा है। पंकज का कहना है कि किडनैपर्स उसके बेटे को केनाल रोड के रास्ते से लेकर गए हैं। यदि वो झूठ बोल रहा है तो पुलिस केनाल रोड में लगे सीसीटीवी फुटेज क्यों नहीं खंगाल रही है। यदि पुलिस शाम 4-5 के बीच का सीसीटीवी फुटेज देखेगी तो सच्चाई अपने आप सामने आ जाएगी।

              थाना प्रभारी को मामले की जानकारी ही नहीं
              एक तरफ जहां खुर्सीपार पुलिस रजिस्टर में नाम नोटकर मामले की जांच करने की बात कह रही है, वहीं दूसरी तरफ इस पूरी घटना से खुर्सीपार टीआई वीरेंद्र श्रीवास्तव पूरी तरह से अनजान हैं। उनका कहना है कि वो केस के सिलसिले में बाहर थे। उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। जानकारी लेकर ही बता पाएंगे।


                              Hot this week

                              Related Articles

                              Popular Categories