Friday, March 29, 2024
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कारोबारी को छोड़कर भागे अपहरणकर्ता… गाड़ी में किडनैपरों ने कहा- तेरे पिता बहुत नेतागिरी कर रहे हैं एनटीपीसी में चुनाव लड़ा तो परिणाम भुगतने होंगे

रायपुर: सुंदनगर में शुक्रवार की रात दुकान में घुसकर इंटीरियर डिजाइनर सिद्धार्थ का अपहरण करने वाले आरोपी रात तकरीबन डेढ़ बजे उसे कवर्धा के दशरंगपुर में छोड़कर भाग निकले। आरोपी एमपी के मुरैना की ओर भागे हैं। पुलिस को टोल में गाड़ी का फुटेज मिला है। उसके बाद दो टीमें एमपी रवाना कर दी गई है। एक टीम दिल्ली में थी, उसे भी बुला लिया गया है। हालांकि अब तक अपहरण की वजह सामने नहीं आई है।

सिद्धार्थ भी पुलिस को अपहरण की पुख्ता वजह नहीं बता पा रहा है। सिद्धार्थ को तड़के रायपुर लायास गया। उसने पुलिस को बताया कि दुकान में सामान देखने के बहाने तीन अपहरणकर्ता आए। तीनों दुकान में इधर-उधर सामान देखने लगे। फिर उसे बाहर खींचने की कोशिश की। उसने विरोध किया तो आरोपियों ने मारपीट की और गाड़ी में ठूंसकर ले गए। जाते समय अपहरणकर्ताओं ने उसका और उसके स्टाफ का फोन अपने पास रख लिया।

गाड़ी में ठूंसने के बाद उसके हाथ-पैर रस्सी से बांध दिया गया। गाड़ी सिमगा की ओर गई। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था। रास्ते में अपहरणकर्ताओं ने इतना कहा कि तुम्हारे पिता जी बहुत नेतागिरी कर रहे हैं। एनटीपी का चुनाव चलने वाले हैं। उन्होंने घपला किया है। बहुत प्रॉपर्टी बनायी है। इस तरह वे उसे धमकाने लगे।

दशरंगपुर के पास उन्होंने गाड़ी रोकी और कहा कि फिरौती मिल गई है। इसलिए उसे छोड़ रहे हैं। उनके चंगुल से छूटने के बाद सिद्धार्थ कुछ दूर पैदल गया। सड़क किनारे एक घर था। वहां गया और उस परिवार से मोबाइल लेकर परिजनों को कॉल किया। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने उसका फोन कहीं फेंक दिया है।

पुलिस का दावा : अफसरों का कहना है कि सिद्धार्थ आशटकर के परिजनों ने किसी तरह की फिरौती नहीं दी है। उनके पास डिमांड भी नहीं आयी है। इस वजह से अपहरण की वजह पता नहीं चल पायी है। आरोपियों के पकड़े जाने के बाद वारदात के कारणों का पता चल पाएगा। पुलिस कई एंगल से जांच कर रही है। कारोबारी के लेन-देन से लेकर आपसी विवाद और प्रेम संबंध के एंगल को खंगाला जा रहा है।

दुकान बंद होने के समय आए, घर से बुलाया
पुलिस के अनुसार रात 9 बजे तीन आरोपी दुकान में आए। एक कार में बैठा हुआ था। जिस समय आरोपी आए, उस समय सिद्धार्थ घर चला गया था। कर्मचारी दुकान बंद कर रहे थे। आरोपी वाल पेपर देखने लगे, तब कर्मचारी ने फोन कर सिद्धार्थ को बुलाया। घर पास होने कारण सिद्धार्थ थोड़ी देर में ही पहुंच गया। उसके बाद उन्होंने योजनाबद्ध तरीके से सिद्धार्थ का अपहरण किया।

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