कोरबा: जिले में सांपों की गतिविधियों से जुड़ी दो अलग घटनाएं सामने आई हैं। पहली घटना में वन विभाग ने सपेरों से किंग कोबरा को मुक्त कराया। सपेरे इस सांप को लोगों को दिखाकर पैसे वसूल रहे थे। वन विभाग ने सांप को जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया।
दूसरी घटना जिला अस्पताल चौकी की है। यहां करैत, कोबरा और धामन प्रजाति के सांप लगातार दिखाई दे रहे हैं। पिछली रात एक बेबी स्नेक टेबल के नीचे फन फैलाए बैठा मिला। स्नेक कैचर जितेंद्र सारथी को बुलाकर इसे रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा गया।

किंग कोबरा को जंगल में छोड़ा।
सांप निकलने की घटना आम
बरसात के दिनों में सांप निकलने की घटना यहां आम बात हो जाती है। इससे पहले भी चौकी में कई बार सांप दिखे हैं। एक बार खिड़की पर करैत सांप लटका हुआ मिला था। एक अन्य मौके पर कोबरा टेबल पर फन फैलाए देखा गया।

सांप का रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा।
कोरबा में सांपो की कई प्रजाति मिलती है
बता दें कि कोरबा वन मंडल में किंग कोबरा जैसे दुर्लभ सरीसृप पाए जाते हैं। यहां स्नेक रेस्क्यूअर और कुछ एनजीओ वन विभाग के साथ मिलकर सरीसृपों के संरक्षण का काम कर रहे हैं।
वन विभाग और विज्ञान सभा की प्रदेश सहसचिव निधि सिंह का इस काम में महत्वपूर्ण योगदान है। इंडियन स्पेक्टेकलड कोबरा यानी नाग एक जहरीला सांप है। इसके काटने पर तुरंत चिकित्सालय जाना जरूरी है।

(Bureau Chief, Korba)