कोरबा: जिले में पत्रकार से ठगी की कोशिश हुई है। भास्कर रिपोर्टर मनोज यादव के पास एक संदिग्ध फोन आया। कॉलर ने खुद को आईपीएस अधिकारी उदय किरण का करीबी रिश्तेदार बताया। उसने अपने को रायपुर में सीआरपीएफ का कमांडो भी बताया।
ठग ने कहा कि उसका ट्रांसफर हो गया है और वह अपना फर्नीचर और अन्य सामान बेचना चाहता है। उसने व्हाट्सएप पर फोटो और रेट भेजने की बात कही। फोन पर बात करने का आग्रह भी किया।
रिपोर्टर के ज्यादा सवाल-जवाब करने पर है अलर्ट हो गया और फोन-मैसेज करना बंद कर दिया। थाने में शिकायत के बाद पुलिस ने जांच की बात कही है। वहीं, पुलिस ने ऐसे कॉल से लोगों को अलर्ट रहने को कहा है।

पहले भी हुए है ऐसे मामले
रिपोर्टर को ठगी का एहसास होने पर जब उसने पूछा कि उदय किरण वर्तमान में कहां पदस्थ हैं, तो ठग ने केवल ‘आईपीएस हैं’ कहकर टाल दिया। अधिक सवालों पर उसने फोन काट दिया।
ठग ने दो दिन पहले फेसबुक पर अंग्रेजी में मैसेज किया था। उसने नाम, पता और हालचाल पूछा था। दो दिन बाद मोबाइल नंबर 8302776817 से फोन आया। बाद में इस नंबर पर कॉल करने पर कोई जवाब नहीं मिला।
जिस अधिकारी उदय किरण का नाम इस्तेमाल किया गया, वे पहले कोरबा में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रह चुके हैं और कार्रवाई के नाम पर चर्चा में रहे हैं।
यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई ठगी के मामले सामने आ चुके हैं। ठग गिरोह फोन कर ओटीपी, लिंक और अन्य झांसे देकर लोगों को शिकार बनाते हैं। इसकी शिकायत साइबर सेल से की जा चुकी है।
लोगों को जागरूक करने कोरबा पुलिस की पहल
कोरबा सीएसपी भूषण एक्का ने बताया कि वर्तमान में कोई ठगी का मामला सामने नहीं आया है। लेकिन पहले कई बार ऐसे मामले आ चुके हैं।
लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान लगातार चलाए जा रहे हैं। बैंक, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और अन्य सार्वजनिक जगहों पर बैनर-पोस्टर लगाकर साइबर ठगी से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है।

(Bureau Chief, Korba)