कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में रविवार को एक बम ब्लास्ट हुआ। जिसकी चपेट में आने से बच्चे की मौत हो गई है। उसके चेहरे के चिथड़े उड़ गए। बच्चा जंगल में मुहआ बीनने गया था। इस दौरान उसने खिलौना समझकर बम को उठा लिया और मुंह से फाड़ने लगा। जिसके बाद एक धमाका हुआ और बच्चे की मौत हो गई। हादसा बालको थाना क्षेत्र में हुआ है।
जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर अजगरबहार ग्राम पंचायत के डोंगाभाटा गांव में रहने वाला बिहानुराम(7) 4वीं का छात्र था। रोज की तरह वह रविवार सुबह भी अपने भाई रामप्रसाद के साथ गांव के ही जंगल में महुआ बीनने गया था। महुआ बीनने के बाद दोनों भाई वापस लौट रहे थे। बड़ा भाई आगे निकल गया था। मगर बिहानु पीछे चल रहा था। इसी दौरान उसने कोई वस्तु देखी थी।
बिहानु खेलता हुआ ही वापस लौट रहा था। ऐसे में उसने वस्तु को उठा लिया। उससे भी खेलने की कोशिश की। वस्तु किसी पन्नी में बंधा हुआ था। बच्चा समझ नहीं सका। उसने हाथ से उसे फाड़ने की कोशिश की। मगर वह फटा नहीं। जिसके बाद बच्चे ने मुंह से पन्नी को फाड़ना शुरू कर दिया। जिसके बाद यह हादसा हुआ है।
सूचना मिलने पर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी।
भाई ने बताया…
घटना के बाद तुरंत ही बच्चे के बड़े भाई रामप्रसाद ने इस बात की सूचना परिजनों को दी। उसने बताया कि मैं आगे था। बिहानु खेल रहा था। मैंने उसे साथ चलने कहा था। मगर वह खेलते खेलते आगे बढ़ रहा था। हम एक खेत के पास पहुंचे। कुछ दूर में मैं भी था। तभी उसने कुछ उठा लिया। मैंने भी सोचा कुछ खेलने की चीज होगी। इसके बाद जैसे ही उसने उस सामान को मुंह में लगाया। वह ब्लास्ट हो गया।
मुझे लगा फटाका फूटा होगा
हादसे की सूचना पाकर परिजन मौके पर पहुंचे गए। बच्चे के नाना बिरन ने बताया कि घर जंगल से लगा हुआ है। जब ब्लास्ट हुआ तो आवाज उस तक जरूर पहुंची, लेकिन लगा की किसी के यहां छठी कार्यक्रम में फटाका फोड़ा होगा। इसके बाद जब बड़ा नाती डरा सहमा घर पहुंचा। तब हमें इस बारे में पता चला है।
बच्चा बचपन में ऐसा दिखता था।
जंगली सुअर मारने लगाया था बम
बताया गया है कि किसी ने जानबूझकर उस खेत में बम लगाया था। मकसद था जंगली सुअरों का शिकार करना। ग्रामीण क्षेत्रो में ग्रामीण ऐसा करते हैं। घटना की सूचना वन विभाग और पुलिस को भी दी गई थी। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है। इस मामले में बालको रेंजर जैनत सरकार ने बताया कि घटना की सूचना पर वन विभाग टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों को बताए अनुसार जंगली जानवर शिकार करने बम लगाया गया था। जिस से बालक की मौत हुई है। मामले की जांच की जा रही है।
शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है।
आसपास के लोगों ने बताया कि बच्चा पहाड़ी कोरवा जनजाति का है। वह मूल रूप से जांजगीर जिले का रहने वाला था। मगर पिता की मौत के बाद से यहां अपने नाना के यहां रह रहा था। इस बीच यह हादसा हो गया है।