कोरबा: जिले के उरगा थाना क्षेत्र में 3 दिन से लापता युवक शैलेश रात्रे की संदिग्ध हालत में लाश मिली है। शैलेश जांजगीर-चांपा जिले के कुरदा गांव का रहना वाला था। शव मिलने के बाद पुलिस ने उसके परिजनों को इसकी जानकारी दी है। परिजनों ने युवक की हत्या का आरोप पड़ोसियों पर लगाया है।
जानकारी के मुताबिक, कोरबा जिले के सीमावर्ती जांजगीर-चांपा जिले के कुरदा गांव में 26 वर्षीय युवक शैलेश रात्रे अपने परिवार के साथ रहता था। किसी बात पर उसका अपने पड़ोसी अमित कुमार से विवाद हुआ था। विवाद मारपीट में बदल गई। अमित कुमार ने शैलेश की जमकर पिटाई की, जिससे डरकर वो पिछले 3 दिनों से घर नहीं लौटा था। इसी बीच उसकी लाश कोरबा जिले के उरगा थाना क्षेत्र में संदिग्ध हालत में मिली है।
मृतक शैलेश रात्रे की पुरानी तस्वीर।
शैलेश की मां प्रभा रात्रे का कहना है कि उसके बेटे की मौत किसी हादसे में नहीं, बल्कि उसकी हत्या की गई है। उसने पड़ोसी पर हत्या का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि कुछ दिनों पहले पड़ोसी अमित के घर छठी कार्यक्रम था, जहां उसका बेटा भी गया हुआ था। कार्यक्रम में किसी मेहमान का मोबाइल चोरी हुआ, जिसका शक उसने उसके बेटे शैलेश पर लगा दिया, इसी बात पर अमित और उसके यहां आए मेहमानों ने उसके बेटे की जमकर पिटाई कर दी।
वहां विवाद और मारपीट के बाद 3 दिन से लापता युवक शैलेश रात्रे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। कोरबा में उसका शव मिलने के बाद परिजनों को इसकी जानकारी दी गई। परिजनों ने आशंका जताई है कि पड़ोसियों की भूमिका इस मामले में हो सकती है जो कि हत्या का प्रतीत होता है। पुलिस ने मर्ग कायम किया है और मामले की जांच में जुट गई है।
उरगा थाना क्षेत्र की घटना।
पीड़ित मां ने कहा कि उसके बेटे को पड़ोसी जान से मारने की धमकी दे रहे थे, जिससे वो डर गया था और बिना बताए घर से कहीं चला गया था और अब 3 दिन के बाद उसकी मौत की खबर सामने आई है। इधर उरगा थाना प्रभारी सनत सोनवानी ने बताया कि पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमॉर्टम कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। बता दें कि मृतक शैलेश के पिता जगदीश प्रसाद रात्रे की मौत कुछ सालों पहले हो गई थी। वो अपने भाई और मां के साथ रहता था।