कोरबा (BCC NEWS 24): कोरबा जिला ग्रामीण अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल ने विगत दिनों संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के हिन्दू और हिन्दुत्व संबंधी वकतव्य को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा लगाए गए आरोपों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए देश के आम नागरिकों के नाम खुला पत्र जारी किया है। इस संबंध में जायसवाल ने राहुल गांधी की भावनाओं को समझने की लोगों से अपील करते हुए आग्रह किया है कि उनके वक्तव्य पर भाजपा द्वारा किया गया प्रतिरोध वास्तव में हिन्दुत्व की मूल भावनाओं से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए है।
आप सभी इस तथ्य से भलीभांति अवगत हैं कि सभी धार्मिक ग्रंथ चाहे वे हिन्दुओं से संबंधित गीता या रामायण हों या फिर, मुस्लिमों से संबंधित कुरआन शरीफ हो, इसाईयों सं संबंधित बाईबिल, सिखों से संबंधित गुरू ग्रंथ साहिब, पारसिया से संबंधित जेंद अवेस्टा, जैनियों से संबंधित अगम सूत्र या किसी भी अन्य धर्म सम्प्रदाय के मतावलंबिधों से संबंधित कोई भी धार्मिक ग्रंथ हों, सभी में एकता और प्रेम व भाईचारे की भाषा ही बोली गई है। कोई भी धर्म ग्रंथ हिंसा का पाठ नहीं पढ़ाता। संसद की लड़ाई का जमीनी स्तर पर कोई अस्तित्व नहीं है और जिन देशों में धार्मिक उन्माद जमीनी स्तर पर पहुंचा है वहां केवल और केवल विनाश ही दिखाई देता है जिसके प्रत्यक्ष उदाहरण आप पाकिस्तान, नेपाल और श्रीलंका की वर्तमान स्थितियों को सामने रखकर देख सकते हैं जहां आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक दृष्टि से अनेक प्रकार की गंभीर विषमताएं देखने को मिल जाएंगीं।
संसद में हिंदुत्व की उठाई गई बातें भारतीय जनता पार्टी के अनुषंगी दलों द्वारा समाज में फैलाई जा रही भ्रांतियों से संबंधित हैं जिनमें प्रमुख रूप से बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद आदि हैं जिनके माध्यम से हिन्दुओं में अन्य धर्मों के प्रति लगातार कटुता का भाव पैदा करने का प्रयास किया जाता है और किसी भी विषय पर संवैधानिक तौर तरीकों से हटकर हिंसा फैलाने की कोशिशें जारी रहती हैं। अभी हाल ही में पाली तहसील अंतर्गत सरई सिंगार के शासकीय प्राथमिक शाला के छोटे बच्चों की तस्वीरें देखने को मिली जिसमें वहां के विधायक द्वारा बच्चों को शाला प्रवेश के समय भगवा साफा बंधवाकर और तिलक लगाकर स्वागत किया गया। स्थानीय विधायक के इस तरह के आचरण से ऐसा प्रतीत होता है कि वे सभी बच्चों को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की तर्ज पर साधु संत बनाना चाहते हैं, ऐसे ही अनेक मुद्दों को लेकर राहुल गांधी ने अपना विरोध प्रकट किया है।
केन्द्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के झूठ बोलने और राष्ट्रीय मुद्दो से आम नागरिकों का ध्यान भटकाने का प्रयास निरंतर जारी रहता है। जब देश के युवाओं के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ का मुद्दा उठाया जाता है तो सरकार के जिम्मेदार लोग चुप्पी साध लेते हैं। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा बेरोजगारी, गरीबी, लगातार बढ़ रही मंहगाई, महिलाओं के के साथ हो रहे उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं आदि के मुद्दों पर संसद में उठाए गए सवालों के जवाब, केन्द्र में सत्तारूढ़ सरकार के प्रधान मंत्री व संबंधित विभागों के मंत्रियों व अन्य जिम्मेदारों द्वारा कोई जवाब न दिया जाना और अनावश्यक बहस कर मूल मुद्दों को विलोपित करते हुए देश की जनता को लागातार गुमराह किया जा रहा है। ऐसा ही ज्वलंत उदाहरण नीट की परीक्षा में हुई घपलेबाजी है जिसके सूत्र गुजरात से जुड़े होने के संकेत मिल रहे हैं लेकिन इस विषय पर केन्द्र सरकार की चुप्पी किसी से छिपी नही है। देश की जनता को समझना होगा कि अन्य धर्मावलंबियों के अलावा कांग्रेस से जुड़े सभी हिन्दू भारतीय हैं और हिन्दुत्व में उनकी अटूट आस्था है, इसमें संदेह नहीं होना चाहिए
(Bureau Chief, Korba)