Thursday, July 3, 2025

कोरबा: जिले के सभी गाँवों में 30 जनवरी से होंगी ग्राम सभाएँ…

  • स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान के अंतर्गत ग्राम सभा के माध्यम से लोगों को किया जाएगा जागरूक
  • कलेक्टर श्री संजीव झा नेे ग्राम सभा में शत-प्रतिशत गणपूर्ति सुनिश्चित करने दिए निर्देश

कोरबा (BCC NEWS 24): कोरबा जिले के सभी गांवो में 30 जनवरी से ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाएगा। ग्राम सभा के माध्यम से स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान के तहत कुष्ठ रोग से बचाव, ईलाज एवं कुष्ठ बीमारी से संबंधित भ्रांतियों को दूर करने लोगों को जागरूक किया जाएगा। कलेक्टर श्री संजीव झा ने इस संबंध में गांवो में ग्राम सभा बैठक आयोजित करने और बैठक में ग्रामीणों की शत-प्रतिशत उपस्थिति-गणपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। ग्राम सभा में गणपूर्ति सुनिश्चित कराने का दायित्व संबंधित गांव के सरपंच, पंच एवं सचिव को सौंपा गया है। ग्राम सभा में विकासखण्ड स्तर के मैदानी-क्षेत्रीय कर्मचारियों को भी अनिवार्य रूप से उपस्थित होने के लिए निर्देश दिए गए हैं। ग्राम सभा में स्वास्थ्य विभाग की ओर से एनएमएस, एनएमए, बहुद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिनें एवं मितानिन प्रशिक्षक तथा सभी बहुद्देशीय स्वास्थ्य पर्यवेक्षक उपस्थित होकर ग्रामीणों को कुष्ठ रोग के संबंध में जागरूक करेंगे। ग्राम सभा में कुष्ठ जागरूकता संदेश का वाचन किया जाएगा। लोगों को कुष्ठ रोग की पहचान करने तथा इसका ईलाज कराने के बारे में भी जागरूक किया जाएगा। साथ ही कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों के साथ भेदभाव नहीं करने एवं उन्हें मुख्य धारा में लाने में अपना योगदान देने की अपील की जाएगी। ग्राम सभा में ‘‘आईये कुष्ठ रोग से लड़ें और कुष्ठ रोग को एक इतिहास बनायें’’ की प्रतिज्ञा ली जाएगी। कुष्ठ प्रभावित एवं उपचार मुक्त व्यक्ति को ग्राम सभा प्रमुख द्वारा अतिथि घोषित कर उन्हें सम्मानित किया जाएगा। कुष्ठ की पहचान एवं ईलाज से संबंधित स्लोगन एवं बैनर आदि के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि 30 जनवरी 2023 से 13 फरवरी 2023 तक ग्राम सभा एवं स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। गांधी जी की पुण्य तिथि 30 जनवरी को कुष्ठ रोधी दिवस के रूप में मनाया जाएगा। कुष्ठ पखवाड़ा के तहत 13 फरवरी तक सभी गांवों में ग्राम सभा आयोजित कर कुष्ठ से संबंधित भ्रांतियों को दूर करने लोगों को जागरूक किया जाएगा। कुष्ठ रोग जीवाणु जनित बीमारी है, यह वंशानुगत बीमारी नहीं है। त्वचा पर चमड़ी के रंग से हल्के पीला दाग जिसमें सुन्नपन हो, यह कुष्ठ रोग का लक्षण हो सकता है। यदि कोई इस तरह के लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं तो स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से संपर्क कर उचित मार्गदर्शन ले सकते हैं। सभी सरकारी अस्पतालों में कुष्ठ रोग का मुफ्त ईलाज उपलब्ध है। कुष्ठ रोग पुरी तरह से ठीक हो जाता है। प्रारंभिक परामर्श और समय पर उपचार कुष्ठ रोग को ठीक करता है। साथ ही विकलांगता को भी रोकता है।


                              Hot this week

                              Related Articles

                              Popular Categories

                              spot_imgspot_img