Wednesday, November 27, 2024
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कोरबा: भारी वाहनों के चलते सड़क पर आए दिन भारी जाम… बच्चे समय पर नहीं पहुंच पा रहे स्कूल; आक्रोशित लोगों ने किया चक्काजाम

कोरबा: जिले के सर्वमंगला-कनकी मार्ग पर शुक्रवार को भारी वाहनों के चलते भारी जाम लग गया। इसकी वजह से कई बच्चे स्कूल ही नहीं पहुंच सके। इससे गुस्साए लोगों ने मौके पर चक्काजाम कर दिया। हालांकि बाद में लोगों को समझा-बुझाकर चक्काजाम खत्म कराया गया। इधर जब तक जाम हटा, तब तक बच्चों के स्कूल पहुंचने का समय बीत चुका था, जिसके बाद वे घर लौट गए।

बरसात के चलते कोरबा शहर की मुख्य सड़कों की हालत खराब है। भारी वाहनों के परिचालन के कारण सड़कें पूरी तरह से जर्जर हो चुकी हैं, जिससे रोजाना जाम लग रहा है। शुक्रवार सुबह लगे जाम के कारण पाली, पड़निया, जटराज समेत 20 गांव के ग्रामीणों का रास्ता बाधित हो गया। इससे गुस्साए लोगों ने चक्काजाम कर दिया और शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जाम की सूचना मिलते ही सर्वमंगला चौकी प्रभारी विभव तिवारी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर चक्काजाम खत्म कराया।

कोरबा-कुसमुंडा मार्ग पर आए दिन लगने वाले जाम के कारण लोग परेशान हैं।

कोरबा-कुसमुंडा मार्ग पर आए दिन लगने वाले जाम के कारण लोग परेशान हैं।

बता दें कि आए दिन सड़क पर लग रहे जाम को लेकर लोगों में आक्रोश है। उन्होंने इसे लेकर कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपा है। आक्रोशित लोगों का कहना है कि सर्वमंगला नगर और दुरपा से लेकर सर्वमंगला चौकी और फिर कुसमुंडा तक भारी वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। इस बीच सड़क पर कहीं भी भारी वाहनों को अव्यवस्थित तरीके से खड़ा कर दिया जाता है। लोगों का कहना है कि इस मार्ग को ही भारी वाहन चालकों ने स्टॉपेज बना दिया है। जिसके कारण आम लोगों, विद्यार्थियों और ऑफिस आने-जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

सड़क जाम के कारण बच्चे समय पर नहीं पहुंच सके स्कूल।

सड़क जाम के कारण बच्चे समय पर नहीं पहुंच सके स्कूल।

लोगों का कहना है कि जाम के कारण हर वक्त दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। क्षेत्र के लोगों ने कलेक्टर और एसपी के नाम ज्ञापन सौंपकर भारी वाहनों का समय निर्धारित करने की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर समस्या का जल्द निराकरण नहीं हुआ, तो वे आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

सड़क पर कहीं भी भारी वाहनों को अव्यवस्थित तरीके से खड़ा कर दिया जाता है।

सड़क पर कहीं भी भारी वाहनों को अव्यवस्थित तरीके से खड़ा कर दिया जाता है।

क्षेत्रवासियों की मांग है कि भारी वाहनों को इस मार्ग पर रात 10 बजे के बाद एंट्री देकर सुबह 6 बजे तक ही चलाया जाए। सुबह के 6 बजे के बाद भारी वाहन शहर में प्रतिबंधित रहें। लोगों ने समस्या को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृहमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने की बात भी कही है।

पाली के रहने वाले बृजेश कुमार ने बताया कि इस मार्ग पर लगभग दो दर्जन से अधिक गांव के लोगों का आवागमन है। इसके अलावा बिलासपुर मुख्य मार्ग होने के चलते भी लोगों की आवाजाही ज्यादा है। इसके बावजूद भारी वाहनों का आना-जाना दिन में होता रहता है, इससे जाम लगता है।

युवक ने कहा कि कुछ समय पहले कई गांव के लोगों ने इस मार्ग पर भारी वाहनों का प्रवेश बंद कराने को लेकर आंदोलन भी किया था, कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा गया था। जिस पर कुछ समय के लिए इस मार्ग पर भारी वाहनों का परिचालन बंद भी किया गया था, लेकिन अब वापस से ये शुरू हो गया है। इसकी वजह से समस्या जस की तस है।




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