KORBA: कोरबा में लोकसभा चुनाव से पहले मोस्ट वांटेड पुलिस की नजर में है। लोकसभा चुनाव से पहले आसामाजिक तत्वों को लेकर पुलिस गंभीरता दिख रही है। रविवावर को कोतवाली थाना में ऐसे तत्वों को बुलाने के साथ उनसे जरूरी पूछताछ की गई। अलग-अलग मामलों में जेल जा चुके मोस्ट वांटेड अपराधियों से जवाब तलब किया गया।
कोरबा के कोतवाली थाना परिसर के सामने अनुशासित तरीके से खड़े यह लोग अतीत में किसी न किसी मामले में जेल की यात्रा कर चुके हैं। इनमें से कुछ के खिलाफ ज्यादा मामले हैं तो किसी के मामलों की संख्या कम है। कोतवाली के नए प्रभारी ने ऐसे चेहरों को अपने यहां तलब किया और उनकी करगुजारियों के बारे में पूछताछ की।
आपराधिक रिकॉर्ड के आधार लोगों पर पुलिस की नजर
पुलिस ने बताया कि हम यह जानना चाह रहे हैं कि जेल से लौटने के बाद ऐसे लोगों के जीवन में क्या चल रहा है। वे सुधरे हैं या फिर से पुराने काम या अपराधों में शामिल तो नहीं हो गए। आपराधिक रिकॉर्ड के आधार पर पुलिस इस प्रकार के लोगों की निगरानी करते रहती हैं। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को हफ्ते में एक दिन पुलिस थाना आना ही होगा और अपने बारे में जानकारी देनी होगी।
आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहने वालों पर कार्रवाई
कोतवाली थाना प्रभारी नितिन उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए अपराधों पर रोकथाम करने पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देश पर जेल से रिहा होकर गए मोस्ट वांटेड को हिदायत दी गई कि किसी तरह की आपराधिक गतिविधियों में लिप्त नहीं रहना है और कानून के नियमों का पालन करना है।
कोतवाली थाना प्रभारी ने कहा कि सभी को थाने में तलब कर समझाइश दी गई है। अगर इसके बाद भी कोई शिकायत आती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। समाज को भयमुक्त और अपराध मुक्त करने के लिए कई प्रकार से कोशिश की जा रही है।
(Bureau Chief, Korba)