कोरबा: जिले में पहाड़ों पर रहने वाली विशेष पिछड़ी जनजाति कोरवा, बिरहोर और पंडो के घरों में सौर पैनल लगाए जाएंगे। अब इनके घर सौर ऊर्जा से जगमगाएंगे। 23 बसाहटों के 219 घरों का क्रेडा के माध्यम से विद्युतीकरण किया जाएगा।
हरेक घर में 50 हजार की लागत से 300 वाट का सौर पैनल लगाया जाएगा। दुर्गम स्थान होने की वजह से यहां बिजली की सुविधा नहीं पहुंच सकी है। अब केंद्र सरकार की पहल से जिला प्रशासन सौर ऊर्जा से बिजली देने की कवायद में जुटा है।
बीहड़ पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले कोरवा, पंडो और बिरहोर जैसी विशेष पिछड़ी जनजाति के लोग आज भी अंधेरे में जीवन-बसर कर रहे हैं। ऐसे परिवारों को अब केंद्र सरकार ने जनमन योजना के तहत रोशन करने का फैसला लिया है। कम बसाहट के कारण पारंपरिक ऊर्जा के तहत खंभे लगाना संभव नहीं है। इस वजह से आदिवासियों के घरों में 300 वाट क्षमता का सौर पैनल लगाया जाएगा। हर पैनल में 50 हजार रुपये का खर्च आएगा।
5 साल तक संधारण की जिम्मेदारी क्रेडा की होगी। तकनीकी खराबी आने पर सुधार किया जाएगा। इन 5 सालों के अंतराल में आदिवासी समाज के ही लोगों को संधारण के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। आवास रोशन होने से आदिवासी परिवारों के जीवन स्तर में सुधार आएगा। आदिवासियों का जीवनस्तर सुधारने के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाता, मतदाता कार्ड बनाने की कवायद की जा रही है।