कोरबा: जिले में आरकेटीसी कंपनी के ऑफिस में फायरिंग करने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को झारखंड के हजारीबाग से गिरफ्तार कर लिया है। वारदात के 3 महीने के बाद पुलिस को आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल हुई है। आरकेटीसी कंपनी के रंगदारी टैक्स नहीं देने पर गोलीबारी की गई थी। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक पिस्टल, कारतूस और 25 हजार रुपए बरामद किए गए हैं। मामला सीएसईबी चौकी इलाके का है।
दोनों आरोपियों को पुलिस झारखंड राज्य के हजारीबाग से गिरफ्तार करके लाई है, जो अमन साहू गैंग से संबंध रखते हैं। आरोपियों के नाम नितेश शील उर्फ मेजर सिंह और अभिनव तिवारी उर्फ सुशांत तिवारी हैं।मुख्य आरोपी नितेश ने एक लाख 50 हजार रुपए में गोली चलाने की सुपारी ली थी। वहीं गैंग का सरगना अमन साहू वर्तमान में केंद्रीय जेल हजारीबाग में बंद है। बताया जा रहा है कि झारखंड में मौजूद आम्रपाली शिवपुर कोल साइडिंग से कोल खनन के लिए रंगदारी टैक्स की मांग की जा रही थी, जिसे देने से कंपनी के संचालक ने मना कर दिया था। यही वजह है कि 30 सितंबर की शाम बाइक सवार दो लोगों ने कंपनी के कार्यालय में फायरिंग कर संचालक को डराने की कोशिश की थी।
झारखंड से गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी।
वारदात के दिन ही इंटरनेशनल नंबर से फोन कर रंगदारी टैक्स की मांग की गई थी। घटना के बाद पुलिस हरकत में आई और करीब 3 महीने बाद 2 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। संदिग्ध मोबाइल नंबर के आधार पर फायरिंग करने वाले मुख्य आरोपी नितेश शील उर्फ मेजर सिंह और अभिनव तिवारी उर्फ सुशांत तिवारी को गिरफ्तार कर छत्तीसगढ़ लाया गया है। मुख्य आरोपी धरमजयगढ़ का निवासी है। इसकी पहचान अमन साहू गैंग के एक सदस्य से दिल्ली में हुई थी। उसी ने कंपनी में फायरिंग करने की सुपारी नितेश को दी थी। सुपारी की रकम देने के दौरान आरोपी पुलिस की पकड़ में आए। फिलहाल आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल दाखिल कर दिया गया है।
पुलिस ने दी जानकारी।
RKTC कंपनी के दफ्तर पर चली थी गोली
कोरबा जिले के टीपी नगर स्थित RKTC कंपनी के ऑफिस में 30 सितंबर की देर शाम फायरिंग की गई थी। आरोपी ने ऑफिस के अंदर एक धमकी भरा खत भी फेंका है, जिसमें लिखा है कि ‘अगर झारखंड में काम करना है, तो मुझसे सेटिंग करनी पड़ेगी, नहीं तो मौत के लिए तैयार रहना पड़ेगा’। धमकी भरा पर्चा अंग्रेजी में टाइप किया गया था। इसमें कंपनी के संचालक सुशील सिंघल और अमर अग्रवाल को धमकी दी गई थी। एक और भाई राजकुमार अग्रवाल का ऑफिस रायपुर में है। पुलिस ने बताया था कि सेंट्रल कोल फील्ड्स लिमिटेड की झारखंड के चतरा-टंडवा स्थित मगध और आम्रपाली एरिया में भी रेलवे साइडिंग तक का कोल परिवहन का काम मिला हुआ है। छत्तीसगढ़-झारखंड बॉर्डर पर कई गैंग सक्रिय हैं। आम्रपाली साइडिंग की कंपनी ऑफिस पर भी फायरिंग की घटना करीब 8 महीने पहले हुई थी। कंपनी के कर्मचारियों पर भी हमला हो चुका है, हालांकि किसी की जान नहीं गई थी।
आरकेटीसी कंपनी के ऑफिस पर हुई थी फायरिंग।
पर्चे में लिखी थी ये बात
पर्चे में सुशील सिंघल और अमर अग्रवाल को संबोधित करते हुए लिखा गया है कि ‘जितने भी कोयला माफिया जो रायपुर या झारखंड के बाहर से बैठकर कोयला का साम्राज्य चला रहे हो, कान का परदा खोल लो। आम्रपाली से शिवपुर साइडिंग का मैनेज नहीं करने का परिणाम है। ये अंतिम चेतावनी है। अमन साहू गैंग को नजरअंदाज करने का परिणाम मौत है। झारखंड में काम करना है, तो मेरे से मयंक सिंह (अमन साहू गैंग) से मैनेज करके सेटलमेंट करें, तभी काम स्टार्ट करें।’