KORBA: जिले में राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल (Revenue Minister Jaisingh Agrawal) का अधिकारियों को फटकारते हुए वीडियो सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। उन्होंने अधिकारियों को कलेक्टर संजीव झा के बहाने फटकार लगाते हुए कहा कि यहां ”कलेक्टरी करने आया है या घूसखोरी करने”। वे बरबसपुर में बनने वाले नए ट्रांसपोर्टनगर में रोड़ा लगाए जाने से खफा थे।
बरबसपुर पहुंचे मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने अधिकारियों के सामने कलेक्टर को खुली धमकी दी। उन्होंने कहा कि ये ट्रांसपोर्ट नगर कहीं शिफ्ट नहीं होगा, अगर कोई शिफ्ट होगा तो वो है कलेक्टर। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ट्रांसपोर्ट नगर को बरबसपुर से हटाकर झगहरा गांव में शिफ्ट करने से नाराज थे।
शुक्रवार को मंत्री के बुलावे पर कलेक्टर संजीव झा (Collector Sanjeev Jha) नहीं पहुंचे थे। मंत्री ने कहा कि मैंने मुख्य सचिव से पता किया है कलेक्टर ने कोई छुट्टी नहीं ली है और ना ही उसकी तबियत खराब है। इस दौरान ADM विजेंद्र पाटले, SDM सीमा पात्रे और तहसीलदार मुकेश देवांगन मौके पर मौजूद थे। राजस्व मंत्री ने कोरबा जिले के अफसरों को सख्त शब्दों में हिदायत दी कि टीपी नगर तो बरबसपुर में ही बनेगा।
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने दी जानकारी।
दरअसल कोरबा शहर के बीचोंबीच टीपी नगर संचालित है। जहां हजारों ट्रकों की मरम्मत होती है। इसके कारण मुख्य मार्केट प्रभावित होता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए इस टीपी नगर को शहर से दूर स्थापित करने के लिए योजना बनाई गई। बरबसपुर में नया ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की योजना बनाई गई। इसके लिए जमीन प्रस्तावित हो गई, लेकिन अब एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया है। जिसके चलते खुद प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को सामने आना पड़ा। जयसिंह अग्रवाल ने प्रस्तावित जमीन के पास पहुंचकर पहले अफसरों को बुलाया और जमकर फटकार लगाई।
अधिकारियों पर बरसे राजस्व मंत्री।
जय सिंह अग्रवाल ने कहा कि ये जमीन न्यू टीपी नगर के लिए प्रस्तावित था, लेकिन अब कलेक्टर संजीव झा, अपर कलेक्टर विजेंद्र पाटले और अन्य अफसरों की लापरवाही के कारण जमीन को बदला जा रहा है। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कितना भी कोई अपने को पावरफुल अधिकारी समझता हो, मेरे विधानसभा क्षेत्र में किसी की मनमर्जी या गुंडागर्दी चलने नहीं दूंगा।
राजस्व मंत्री ने कहा कि नए ट्रांसपोर्टनगर का बनना शहर विकास व नागरिकों की सुविधा के लिए जरूरी है। महापौर राजकिशोर प्रसाद ने उसकी जानकारी उन्हें पहले दी थी। शुक्रवार की दोपहर राजस्व मंत्री, महापौर सहित अन्य नगरीय निकाय प्रतिनिधि बरबसपुर पहुंचे। वहां पहले से ही सूचना पर आयुक्त प्रभाकर पांडेय, एडीएम विजेन्द्र पाटले, एसडीएम सीमा पात्रे, तहसीलदार मुकेश देवांगन भी मौजूद थे।
बरबसपुर और भिलाईखुर्द पहुंचे थे मंत्री जयसिंह अग्रवाल।
जयसिंह अग्रवाल ने अधिकारियों को निशाने पर कहा कि जब सारी औपचारिकताएं और अनुमति नए ट्रांसपोर्टनगर के लिए हो चुकी है, तब उसमें क्यों रोड़ा डाला जा रहा है। उन्होंने तहसीलदार मुकेश देवांगन से कहा कि उन्होंने पत्र कैसे लिखा। मुकेश देवांगन ने उन्हें फाइल दिखाते हुए कहा कि सर फाइल पहले से आई है। तब जयसिंह ने कहा कि फाइल चलती नहीं चलाई जाती है। एसडीएम सीमा पात्रे ने उस प्रस्तावित जमीन के पास कब्जे व निजी जमीन की बात कहनी चाही, तब मंत्री ने कहा कि सरकार का सही काम आप ही लोग गलत करवा रहे हैं।
कहीं भी राखड़ डंप किए जाने को लेकर भी बरसे
वहीं कोरबा में नियम के विरुद्ध कहीं भी राख डंप किए जाने से नाराज मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने शुक्रवार को अधिकारियों की जमकर क्लास ली। मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने मौके पर ही अपर कलेक्टर, नियम आयुक्त और एसडीएम को जमकर फटकार लगाई। कोरबा-चांपा मार्ग पर भिलाईखुर्द वार्ड के पास बड़े क्षेत्र में राखड़ डंप कर दिया गया है। यहां नियम के विरुद्ध राख का पहाड़ खड़ा किया गया है। अफसरों की इस लापरवाही से आम लोगों की मुश्किल बढ़ गई है।
कहीं भी राखड़ डंप करने पर भी हुए नाराज।
लोगों की परेशानी को देखते हुए मंत्री जयसिंह अग्रवाल खुद भिलाईखुर्द पहुंचे और मौके पर ही अधिकारियों की क्लास लगाई। जयसिंह अग्रवाल ने अधिकारियों को साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि एक सप्ताह के भीतर राख को शिफ्ट नहीं किया गया, तो अच्छा नहीं होगा। साथ ही उन्होंने शहर के बीच से ट्रकों की ट्रांसपोर्टिंग रोकने के निर्देश भी दिए हैं।
बता दें कि प्रशासन द्वारा नियम को ताक पर रखकर कहीं भी राख डंप किए जाने से लोगों का चलना दूभर हो गया है। हवाओं के कारण पूरा क्षेत्र राख से पट गया है। जिस क्षेत्र में राख डंप किया जा रहा है, वहां बच्चों का स्कूल भी है, ऐसे में उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आसपास के ग्रामीण भी राख से परेशान हैं। लोगों की सेहत पर भी काफी असर पड़ रहा है। उन्हें सांस लेने में समस्या हो रही है।
एसडीएम सीमा पात्रे ने कहा कि इसके लिए परमिशन है। तब मंत्री ने कहा कि आयुक्त कह रहे हैं परमिशन नहीं दी है। तब एसडीएम बोल पड़ीं कि पर्यावरण विभाग वालों ने दी है। यह सुनते ही मंत्री फट पड़े और बोले कि मैडम वो तो मेरे घर की परमिशन देंगे तो क्या मेरे घर पर भी राख डाल देंगे । ये बर्दाश्त नहीं होगा। कोई कितना भी पावरफुल अधिकारी हो अगर उसने ऐसी अनुमति दी है तो वह दोषी है। मैं इसकी जांच के लिए लिखूंगा।
पहले भी अधिकारियों से उलझ चुके हैं राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल अधिकारियों पर बरसे हों। भाजपा शासनकाल के दौरान तब के कलेक्टर पी दयानंद से भी विकास कार्यों की बात को लेकर उलझ पड़े थे। कोरबा की पूर्व कलेक्टर रानू साहू को भी उन्होंने कुसमुंडा, सर्वमंगला रोड के निर्माण में फंड रोके जाने से खड़ी हुई बाधा को लेकर निशाने पर लिया था। डीएमएफ राशि की गड़बड़ी को लेकर भी उन्होंने साहू को सार्वजनिक तौर पर भ्रष्ट करार दिया था। बाद में रानू साहू का ट्रांसफर रायगढ़ हो गया था।
कोरबा की पूर्व कलेक्टर रानू साहू पर भी जयसिंह अग्रवाल ने लगाए थे आरोप।
रानू साहू को लेकर कहा था- जहां भी रही भ्रष्टाचार किया
कोरबा की तत्कालीन कलेक्टर रानू साहू को लेकर मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा था कि ‘कलेक्टर का आचरण भ्रष्ट है। वह भ्रष्टाचार में लिप्त रही है, चाहे वह बालोद की कलेक्टर रही हो, हेल्थ की डायरेक्टर रही हो या फिर जीएसटी की कमिश्नर रही हो। अब वह कोरबा में भी वही काम करना चाहती है, लेकिन हम बर्दाश्त नहीं करेंगे’।