कोरबा: जिले के बनवार गांव में एक अधूरे कुएं ने एक ही परिवार के तीन लोगों की जान ले ली। परिवार का आरोप है कि कुएं के निर्माण के लिए स्वीकृत राशि दिलवाने के लिए रोजगार सहायक को खेत गिरवी रखकर 10,000 रुपए की रिश्वत दी गई थी। रिश्वत देने के बावजूद उन्हें स्वीकृत राशि नहीं मिली और कुएं के निर्माण का काम पूरा नहीं हो पाया।
इसी अधूरे कुएं से मलबा हटाने के दौरान तीनों लोग नीचे गिर गए। कई घंटे चले रेस्क्यू के बाद तीनों के शव बाहर निकाले गए।
मृतक के बड़े बेटे जीवन राम श्रीवास ने बताया कि कुएं के निर्माण के लिए स्वीकृत राशि दिलवाने के लिए उनके पिता ने रोजगार सहायक शिवकुमार को अपना खेत गिरवी रखकर 10,000 रुपए की रिश्वत दी थी।
रिश्वत देने के बावजूद उन्हें स्वीकृत राशि नहीं मिली। इसके कारण कुएं का निर्माण कार्य अधूरा रह गया। इसी अधूरे कुएं से मलबा निकालने के प्रयास में यह हादसा हो गया। परिवार खेती-किसानी से ही अपना गुजारा करता था और अब घर के मुख्य सदस्य के न रहने से परिवार परेशान है।

जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी
मौके पर मौजूद एसडीएम टीएस भारद्वाज ने कहा कि फिलहाल उनका पूरा ध्यान मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने पर था। उन्होंने आश्वासन दिया कि सामने आ रही शिकायतों की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मामले की कलेक्टर से की गई है शिकायत
पाली तानाखार के पूर्व विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने कहा कि यह मामला हाई प्रोफाइल हो गया है और इसकी जानकारी राहुल गांधी तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में गड़बड़ी हुई है और रिश्वत ली गई है तो कलेक्टर को पत्र लिखकर कार्रवाई की जाएगी।

पीड़ित परिवार ने की कार्रवाई की मांग
इधर, गांव वाले और पीड़ित परिवार प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

(Bureau Chief, Korba)