KORBA: कोरबा लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी ज्योत्सना महंत ने 43 हजार 263 वोटों से जीत दर्ज की है। कांग्रेस को 5 लाख 69 हजार 230 वोट मिले हैं। वहीं, BJP प्रत्याशी सरोज पांडेय को 5 लाख 25 हजार 967 वोट मिले हैं। जीत के बाद कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया।
दरअसल, कोरबा के आईटी कॉलेज में 4 जून को मतगणना हुई। 27 प्रत्याशियों के लिए वोटिंग 7 मई को 75.63% वोटिंग हुई। 3 लेयर में सुरक्षा के लिए मतगणना स्थल पर 500 जवानों की तैनाती की गई थी।
कोरबा विधानसभा में 18 राउंड, रामपुर विधानसभा में 21 राउंड, पाली तानाखार विधानसभा में 22 राउंड, कटघोरा विधानसभा में 19 राउंड, जीपीएम में 18, एमसीबी में 12 राउंड और कोरिया बैकुंठपुर में 17 समेत कुल 142 राउंड में गिनती हुई।
जीत-हार के कुछ फैक्टर
कोरबा में वास्तविक लड़ाई सरोज पांडेय और चरणदास महंत के बीच थी। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत दोबारा चुनाव जीतने में कामयाब रहीं। पिछली बार जब प्रचंड मोदी लहर थी, तब भी वे यहां से जीती थीं। इस बार सरोज पांडेय को भिलाई से ले जाकर कोरबा सीट से लड़ाया गया। सरोज पांडेय भाजपा की राष्ट्रीय नेता हैं। वे यहां से चुनाव जीत जातीं, तो केंद्र में बड़ा ओहदा होता।
ऐसी चर्चा है कि पार्टी के ही कई दिग्गज नहीं चाहते थे कि सरोज चुनाव जीतें। कोरबा में उन्हें स्थानीय नेताओं का वैसा सहयोग भी नहीं मिला, जो मिलना चाहिए था। अंदर खाने की बात यह भी है कि भाजपा के लोगों ने कांग्रेस के लिए काम किया। दूसरा, बाहरी और बिहारी का नारा भी लोगों ने चलाया। ज्योत्सना महंत के खिलाफ नाराजगी थी, लेकिन चरणदास महंत का चुनावी मैनेजमेंट यहां मोदी के चेहरे पर भारी पड़ा।
(Bureau Chief, Korba)