Tuesday, July 1, 2025

मध्यप्रदेश की आदिवासी मंत्री पर 1000 करोड़ रुपए कमीशन लेने का आरोप, PMO ने रिपोर्ट मांगी

भोपाल: मध्यप्रदेश की आदिवासी मंत्री संपतिया उईके पर 1000 करोड़ रुपए कमीशन लेने के आरोप लगे हैं। इस पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) विभाग ने अपने ही विभाग की मंत्री के खिलाफ जांच बैठा दी है। प्रमुख अभियंता (ईएनसी) संजय अंधवान ने जांच के आदेश प्रधानमंत्री से की गई शिकायत और केंद्र की ओर से मांगी गई रिपोर्ट के बाद दिए हैं।

प्रमुख अभियंता कार्यालय ने सभी मुख्य अभियंता पीएचई और परियोजना निदेशक मप्र जल निगम को इस मामले में चिट्ठी लिखकर सात दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। हालांकि जांच के आदेश को लेकर प्रमुख अभियंता संजय अंधवान कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

निर्देश में कहा गया है कि भारत सरकार ने राज्य के जल जीवन मिशन को दिए 30 हजार करोड़ के खर्च की जांच करने को कहा है। साथ ही पीएचई मंत्री संपतिया उईके और उनके लिए पैसा जमा करने वाले मंडला के कार्यपालन यंत्री की संपत्तियों की जांच के निर्देश दिए हैं।

जांच के आदेश की तस्वीर

प्रमुख अभियंता (ईएनसी) संजय अंधवान के जांच आदेश की कॉपी।

प्रमुख अभियंता (ईएनसी) संजय अंधवान के जांच आदेश की कॉपी।

पूर्व विधायक किशोर समरीते ने शिकायत की

यह शिकायत पूर्व विधायक किशोर समरीते ने की है। उन्होंने प्रधानमंत्री के नाम से 12 अप्रैल 2025 को शिकायती पत्र भेजा था। जिसमें कहा गया कि एमपी में जल जीवन मिशन के लिए केंद्र सरकार की ओर से दिए गए 30 हजार करोड़ में मंत्री संपतिया उइके ने एक हजार करोड़ रुपए कमीशन लिया है।

शिकायत में पूर्व ईएनसी बीके सोनगरिया पर भी आरोप है कि उन्होंने अपने अकाउंटेंट महेंद्र खरे के जरिए कमीशन लिया है। यह राशि 2000 करोड़ है।

बैतूल कार्यपालन यंत्री ने बिना काम 150 करोड़ निकाले

इसी तरह पीआईयू, जल निगम के डायरेक्टर जनरल और इंजीनियरों ने एक-एक हजार करोड़ का कमीशन लिया है। बैतूल के कार्यपालन यंत्री ने 150 करोड़ रुपए बिना काम कराए ही शासन के खाते से निकाल लिए हैं।

यही हाल छिंदवाड़ा और बालाघाट का भी है। मुख्य अभियंता मैकेनिकल द्वारा 2200 टेंडरों पर काम नहीं कराया गया और राशि निकाल ली गई। समरीते ने आरोप लगाया है कि सात हजार काम पूरे होने के फर्जी प्रमाण पत्र भी एमपी से केंद्र सरकार को भेजे गए हैं, जिसकी सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए। यह घोटाला देश के बड़े घोटालों में निकलकर आएगा।

समरीते बोले- कार्यपालन यंत्रियों के जरिए वसूली हुई

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से शिकायत की है जिसके बाद जांच के निर्देश जारी हुए हैं। उन्होंने मंत्री संपतिया उईके पर कार्यपालन यंत्रियों के जरिए कमीशन लेने की बात कही गई है।

इसके लिए राजगढ़ में पदस्थ रहे कार्यपालन यंत्री जो अब बैतूल आ गए हैं, उन्हें और मंडला के कार्यपालन यंत्री को मंत्री के लिए वसूली करने वाला बताया है।

मंत्री से संपर्क नहीं, प्रमुख अभियंता बोले-मामला समझ रहा हूं

इस मामले में प्रमुख अभियंता संजय अंधवान से बात की। उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा है कि वे इस मामले को समझ रहे हैं। वहीं पीएचई मंत्री संपतिया उईके से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई, पर उनसे बात नहीं हो पाई।


                              Hot this week

                              रायपुर : इरकभट्टी के 55 परिवारों को हर घर नल कनेक्शन से मिल रहा शुद्ध पेय जल

                              रायपुर: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की विशेष पहल...

                              रायपुर : बांस से आएगी कमार जनजाति के जीवन में हरियाली

                              धरती आबा ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत मिलेगा प्रशिक्षण...

                              Related Articles

                              Popular Categories

                              spot_imgspot_img