मनेन्द्रगढ़: मनेद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेद्रगढ़ में आरबीएस के टीम के द्वारा लाए गए जन्मजात विकृत बच्चे जो कि क्लब फुट नाम की बीमारी से ग्रसित था। क्लब फुट का हिंदी में अर्थ है – जन्म से पैर अंदर की ओर मुड़ा होना। इसे टेलिप्स (talipes) भी कहा जाता है। यह जन्म दोष एक या दोनों पैरों को प्रभावित कर सकता है। यह मामला जनपद पंचायत जनकपुर के ग्राम च्यूल के एक गरीब परिवार का था। उसका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ में डॉ. प्रकाश जायसवाल एवं उनके सहयोगी द्वारा सफलतापूर्वक उपचार कर प्लास्टर लगाया गया।
संभवत उससे बच्चों को एक नई जीवन मिला। जिससे वह भविष्य में आम जीवन व्यतीत कर सकेगा। यह इस नवीन जिला के लिए एक प्रारंभिक उपलब्धि है। भविष्य में इस तरह के मामलों को और अधिक गंभीरता से करने का लक्ष्य भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस एस सिंह द्वारा निर्देशित किया गया। जिला कार्यक्रम प्रबंधक से सुलेमान खान द्वारा अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियो को अवगत कराया गया है, कि इस तरह के कोई भी मामला यदि हमारे जिला में आता है तो संबंधित कर्मचारी तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ में लाए एवं प्रशिक्षण कर उनका उपचार करवाए।