वॉशिंगटन डीसी/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी को उनके 75वें जन्मदिन पर दुनियाभर से बधाई मिलने का सिलसिला जारी है। अर्जेंटीना के सुपरस्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी ने भी पीएम मोदी को जन्मदिन पर 2022 फीफा वर्ल्ड कप की साइन की हुई जर्सी भेजी है।
वहीं, हॉलीवुड सिंगर मैरी मिलबन ने पीएम मोदी के लिए गाना गाया। इसके साथ ही, इटली की पीएम मेलोनी ने मोदी को बधाई देते हुए उनके लीडरशिप की तारीफ की। रूसी राष्ट्रपति पुतिन, इजराइली पीएम नेतन्याहू, न्यूजीलैंड के पीएम क्रिस्टोफर लक्सन समेत कई वर्ल्ड लीडर्स ने भी मोदी को जन्मदिन की बधाई दी।
मेसी इसी साल 13 दिसंबर को भारत आएंगे। सबसे पहले वे कोलकाता जाएंगे, फिर 14 दिसंबर को मुंबई और 15 दिसंबर को दिल्ली पहुंचेंगे। दिल्ली में उनकी पीएम मोदी से मुलाकात भी हो सकती है। मेसी आखिरी बार 2011 में भारत आए थे।

सबसे पहले ट्रम्प ने बधाई दी थी
सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने मोदी को मंगलवार रात 10:53 बजे फोन कर विश किया। ट्रम्प ने रात 11:30 बजे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर PM से बातचीत की जानकारी दी।
ट्रम्प ने लिखा, ‘अभी-अभी मेरे दोस्त, नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत हुई। मैंने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। वे अद्भुत काम कर रहे हैं। नरेंद्र, रूस और यूक्रेन के बीच जंग खत्म करने में आपके सहयोग के लिए धन्यवाद।’
ट्रम्प की बधाई का जवाब देते हुए मोदी ने X पर लिखा, ‘थैंक यू, मेरे दोस्त, प्रेसिडेंट ट्रम्प। आपकी तरह, मैं भी हमारे बीच की साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहता हूं। हम यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं।
वहीं, इटली पीएम मेलोनी ने मोदी को बधाई देते हुए उनके लीडरशिप की तारीफ की। इसके साथ ही इजराइली पीएम नेतन्याहू, न्यूजीलैंड के पीएम क्रिस्टोफर लक्सन समेत कई वर्ल्ड लीडर्स ने भी मोदी को जन्मदिन की बधाई दी।


नेतन्याहू समेत कई नेताओं ने मोदी को जन्मदिन की बधाई दी
इटली पीएम: जॉर्जिया मेलोनी ने कहा, ‘भारतीय पीएम को 75वें जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। आपकी शक्ति, आपका दृढ़ संकल्प और लाखों लोगों का नेतृत्व करने की क्षमता प्रेरणादायक है। मित्रता और सम्मान के साथ, मैं आपके सेहत की कामना करती हूं ताकि आप भारत को एक उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जा सकें और दोनों राष्ट्रों के बीच संबंधों को और मजबूत कर सकें।’
रूसी राष्ट्रपति: व्लादिमीर पुतिन ने क्रेमलिन की वेबसाइट पर जारी एक संदेश में लिखा, ‘प्रिय प्रधानमंत्री जी, 75वें जन्मदिन के अवसर पर हार्दिक बधाई। आपने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और अलग-अलग क्षेत्रों में आपसी सहयोग को आगे बढ़ाने में बड़ा योगदान दिया है।’

इजराइली पीएम: बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी, मेरे अच्छे दोस्त नरेंद्र, मैं आपको जन्मदिन की शुभकामनाएं देता हूं। मैं जल्द ही आपसे मिलूंगा, क्योंकि हमें अपनी साझेदारी और अपनी दोस्ती को और भी ऊंचाइयों पर ले जाना है। जन्मदिन मुबारक हो, मेरे दोस्त।’
न्यूजीलैंड पीएम: क्रिस्टोफर लक्सन ने कहा, ‘नमस्ते, माय गुड फ्रेंड प्राइम-मिनिस्टर, मोदी। आपके 75वें जन्मदिन पर बधाई। यह अवसर आपके नेतृत्व की सराहना करने का है, जो भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में ले जा रहा है। मैं न्यूजीलैंड और भारत के बीच साझेदारी को और मजबूत करने की उम्मीद करता हूं।’
ऑस्ट्रेलियाई पीएम: एंथनी अल्बनीज ने कहा, ‘मेरे दोस्त प्रधानमंत्री मोदी को जन्मदिन की बधाई। ऑस्ट्रेलिया भारत के साथ अपनी मजबूत दोस्ती को महत्व देता है और मैं आने वाले वर्षों में सहयोग और प्रगति की उम्मीद करता हूं।’
ब्रिटेन के पूर्व पीएम: ऋषि सुनक ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी को 75वें जन्मदिन की बधाई देना मेरे लिए खुशी की बात है। मुश्किल समय में हमें अच्छे दोस्तों की जरूरत होती है, और मोदी जी मेरे और ब्रिटेन के लिए हमेशा अच्छे दोस्त रहे हैं। हाल ही का इंग्लैंड-भारत टेस्ट सीरीज इसका उदाहरण है। एक ब्रिटिश-भारतीय परिवार से होने के नाते, यह रिश्ता मेरे लिए हमेशा खास रहेगा।’
50% टैरिफ लगाने के 40 दिन बाद दोनों की पहली बातचीत
भारत पर अमेरिका की तरफ से 50% टैरिफ लगाए जाने के बाद मोदी और ट्रम्प के बीच यह पहली बातचीत है। टैरिफ लगाने के 40 दिन बाद से भारत और अमेरिका के बीच संबंध खराब हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 6 अगस्त को रूस से तेल खरीद पर जुर्माने के तौर पर भारत पर 25% टैरिफ का ऐलान किया था।
वहीं, व्यापार घाटे का हवाला देकर 7 अगस्त से भारत पर 25% टैरिफ लगा दिया था। इस तरह, अमेरिका निर्यात होने वाले भारतीय सामानों पर कुल टैरिफ 50% लगाया गया है। भारत पर 50% टैरिफ 27 अगस्त 2025 से लागू हुआ था।
मोदी की ट्रम्प के साथ आखिरी बार 17 जून को फोन पर करीब 35 मिनट बातचीत हुई थी। 27 अगस्त को जर्मन अखबार फ्रैंकफर्टर अलगेमाइन त्सितुंग (FAZ) ने दावा किया था कि टैरिफ विवाद को लेकर मोदी ने हाल के हफ्तों में 4 बार ट्रम्प का फोन उठाने से मना कर दिया था।
भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर 7 घंटे बातचीत
टैरिफ को लेकर तनाव के बीच भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय ट्रेड डील पर बातचीत भी फिर शुरू हो गई है। मंगलवार को अमेरिकी प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच और भारतीय वाणिज्य विभाग के विशेष प्रतिनिधि राजेश अग्रवाल के बीच करीब 7 घंटे बातचीत हुई। दोनों देशों ने इसे बहुत सकारात्मक बताया।
वाणिज्य मंत्रालय ने बताया कि दोनों प्रतिनिधियों ने ट्रेड डील पर आगे का रास्ता तय करने पर बातचीत की। जल्द ही अगली बैठक की तारीख घोषित की जाएगी। बता दें कि लिंच एक दिन के भारत दौरे पर सोमवार रात नई दिल्ली पहुंचे थे।
वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि ट्रेड डील पर आगे की बात वर्चुअल मोड पर होगी। इसकी तारीख सहमति से तय करेंगे। डील पर अब तक 5 दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन 16 सितंबर की बातचीत छठे दौर की नहीं है, बल्कि यह उसकी तैयारी को लेकर थी। बता दें कि 25-29 अगस्त को प्रस्तावित छठा दौर टैरिफ लगाए जाने के बाद टाल दिया गया था।
पिछले 12 दिनों में ट्रम्प ने दो बार PM मोदी को अपना दोस्त कहा
1. 10 सितंबर
ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में लिखा, ‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत और अमेरिका दोनों देशों के बीच ट्रेड बैरियर को दूर करने के लिए बातचीत जारी है। आने वाले हफ्तों में मैं अपने बहुत अच्छे दोस्त, PM मोदी से बात के लिए उत्सुक हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि दोनों महान देशों के लिए एक सफल नतीजे पर पहुंचने में कोई दिक्कत नहीं आएगी।’
ट्रम्प की इस पोस्ट के करीब 5 घंटे बाद PM मोदी ने भी एक X पोस्ट में लिखा, ‘भारत और अमेरिका अच्छे दोस्त और नेचुरल पार्टनर हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि हमारी ट्रेड नेगोशिएशन भारत-अमेरिका पार्टनरशिप की असीमित संभावनाओं को खोलने का रास्ता बना देगी।
2. 5 सितंबर ट्रम्प ने सुबह करीब 6 बजे ट्रुथ पर लिखा, ‘ऐसा लगता है कि हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है। उम्मीद है उनका भविष्य अच्छा होगा।’ ट्रम्प शाम 6-7 बजे के बीच व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बातों से पलट गए। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा- ‘मैं हमेशा मोदी का दोस्त रहूंगा। भारत के साथ संबंधों को रीसेट करने के लिए हमेशा तैयार हूं।’
अगले दिन सुबह 9:45 बजे PM मोदी ने ट्रम्प के बयान को शेयर करते हुए X पर लिखा, ‘राष्ट्रपति ट्रम्प की भावनाओं और हमारे संबंधों को लेकर उनके विचारों की तहे दिल से सराहना करता हूं और उनका पूर्ण समर्थन करता हूं। उन्होंने कहा- भारत-अमेरिका के बीच एक पॉजिटिव और दूरदर्शी रणनीतिक साझेदारी है।’
ट्रम्प ने यूक्रेन जंग खत्म करने के लिए भारत पर टैरिफ लगाया
भारत समेत बाकी देशों पर हाई टैरिफ लगाने के मामले पर US कोर्ट में सुनवाई चल रही है। ट्रम्प ने 4 सितंबर को कोर्ट में भारत पर टैरिफ लगाने को जरूरी बताया था। उन्होंने कहा था कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो अमेरिका को बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान होगा।
ट्रम्प ने इससे पहले निचली अदालत के उस फैसले को चुनौती दी, जिसमें कहा गया था कि ट्रम्प विदेशी सामान पर भारी टैरिफ नहीं लगा सकते। ट्रम्प ने कहा था कि भारत पर लगाए गए टैरिफ रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए बहुत जरूरी हैं।
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में दलील दी कि भारत पर रूसी तेल खरीदने के लिए टैरिफ लगाया गया, ताकि युद्ध खत्म करने में मदद मिले। ट्रम्प ने कहा कि निचली अदालत का फैसला उनकी पिछले 5 महीनों की व्यापारिक बातचीत को मुश्किल में डाल सकता है। इससे यूरोपीय यूनियन, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों के साथ हुए समझौते खतरे में पड़ सकते हैं।
टैरिफ हटवाने के लिए भारत को माननी होंगी अमेरिका की शर्तें
अमेरिका के उद्योग मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने भारत पर 25% एक्स्ट्रा टैरिफ हटाने के लिए तीन शर्त रखी हैं। 1. भारत को रूस से तेल खरीदना बंद करना पड़ेगा, 2. BRICS से अलग होना होगा, 3. अमेरिका का सपोर्ट करना होगा।
उन्होंने कहा कि अगर आप (भारत) रूस और चीन के बीच ब्रिज बनना चाहते हैं तो बनें, लेकिन या तो डॉलर का या अमेरिका का समर्थन करें। अपने सबसे बड़े ग्राहक का सपोर्ट करें या 50% टैरिफ चुकाएं।हालांकि, उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि भारत जल्द ही अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते की बातचीत में शामिल होगा।

(Bureau Chief, Korba)